सातवें दौर की बैठक भी बेनतीजा, सरकार ने कृषि कानून वापस लेने से किया इंकार, 4 जनवरी को फिर होगी वार्ता

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नई दिल्ली : किसानों के मसले पर सरकार और किसानों के बीच हुई सातवें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही. बुधवार को हुई इस बैठक में भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका. सरकार ने एक बार फर किसान संगठनों से साफ़ कह दिया है कि, कृषि कानून वापस नहीं ले जाएंगे. जबकि किसान संगठन भी कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं. दोनों पक्षों के बीच अब 4 जनवरी को अगले दौर की वार्ता होगी. फिलहाल किसान आंदोलन जारी रहेगा.

बैठक समाप्त होने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, MSP पर कानून को लेकर चर्चा जारी है. तोमर ने जानकारी देते हुए कहा है कि, किसान संगठनों की ओर से चार प्रस्ताव रखे थे, जिसमें दो पर सहमति बन चुकी है. सरकार किसानों को MSP पर लिखित रूप से आश्वासन देने के लिए भी तैयार है और परली के मुद्दे पर भी सहमबती बन चुकी है. वहीं दूसरी ओर जाने-माने किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, वे आज हुई बैठक से खुश है और उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि, जल्द ही कोई हल निकलेगा.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि, किसानों के मुद्दे पर बुधवार को हुए यह सातवीं बैठक थी. इससे पहले आयोजित हुई सभी बैठक बेनतीजा रही. जबकि अब सातवें दौर की बैठक में भी यहीं हुआ. किसान संगठनों और सरकार के बीच अगले दौर की वार्ता 4 जनवरी को होगी.

टिकैत बोले- अब दो चीजें शेष…

बैठक समाप्त होने के बाद किसान नेता राकेश टिकट ने कहा कि, चार में से दो मुद्दों पर सहमति बन गई है और अब दो मुद्दे शेष रहे हैं. इन शेष दो मुद्दों पर सरकार के साथ 4 जनवरी को होने वाली बैठक में बातचीत की जाएगी. उन्होंने कहा कि, तब तक किसान आंदोलन शांतिपूर्ण रूप से चलता रहेगा. टिकैत ने कहा कि, आज की बातचीत से हम खुश है, सरकार लाइन पर आई है.