नई दिल्ली: अपनी भाषा में प्रशंसकों के साथ बातचीत करने के लिए मशहूर क्रिकेटर शुभमन गिल, कुलदीप यादव और उमेश यादव अब भारत के कई भाषाओं वाले माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App में शामिल हो गए हैं। इस अनोखे प्लेटफॉर्म में दी गई कई भाषाओं वाली सुविधा का फायदा उठाते हुए शुभमन गिल ने अंग्रेजी और हिंदी में टीम इंडिया की अगली सीरीज़ के लिए उन्हें शुभकामनाएँ दीं। शुभमन ने अपनी Koo पोस्ट में लिखा, “टीम इंडिया को T20 सीरीज़ में न्यूजीलैंड के साथ होने वाले मैच के लिए शुभकामनाएंI उम्मीद है कि आप सब अच्छा खेलेंगे और आपका एक बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा 💪💪”
वहीं, उमेश यादव ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा में टीम की हौसलाफजाई करने के लिए Koo पोस्ट में लिखा, “आप सबके लिए हम सभी चीयर कर रहे हैं, मुझे यकीन है कि आप हमें गौरवान्वित करेंगे। पूरी भारतीय टीम को न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। 🇮🇳💪” कुलदीप यादव ने हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में Koo करते हुए भारतीय टीम को शुभकामनाएं दीं, “हमारी भारतीय टीम को न्यूज़ीलैंड सीरीज़ के लिए मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं और अटूट समर्थन। 🇮🇳”
ALSO READ: इंदौर से भोपाल बारात आ रही बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, दूल्हे सहित सभी बाराती सुरक्षित
इससे पहले Koo App पर वीरेंद्र सहवाग, वसीम अकरम, वेंकटेश प्रसाद, निखिल चोपड़ा, सैयद सबा करीम, पीयूष चावला, हनुमा विहारी, जोगिंदर शर्मा, प्रवीण कुमार, वीआरवी सिंह, अमोल मजूमदार, विनोद कांबली, वसीम जाफर, आकाश चोपड़ा, दीप दासगुप्ता जैसे दिग्गज क्रिकेटर काफी सक्रियता से Koo करते हैं और भारी तादाद में मौजूद अपने फॉलोअर्स से जुड़े रहते हैं। क्रिकेटर और कमेंटेटर भारतीय भाषाओं में खेल के बारे में अपनी समझ और अंतर्दृष्टि भी साझा कर रहे हैं और इस तरह Koo पूरे भारत में यूज़र्स को भाषा का व्यापक अनुभव प्रदान कर रहा है।
हाल के दिनों में इस मेड-इन-इंडिया प्लेटफॉर्म पर क्रिकेट से जुड़ी बातचीत ने काफी तेज़ी पकड़ी है, विशेष रूप से टी20 विश्व कप 2021 के दौरान #SabseBadaStadium कैंपेन ने कई देसी भाषाओं में यूज़र्स को इससे जुड़े अपडेट दिए।
Koo के बारे में:
Koo की स्थापना मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी और अब इसके डेढ़ करोड़ से ज्यादा यूज़र्स हो गए हैं। इनमें काफी प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हैं। भारत के विभिन्न हिस्सों के लोग, तमाम भारतीय भाषाओं में मौजूद इस मंच के जरिये मातृभाषा में अपनी अभिव्यक्ति कर सकते हैं। एक ऐसे देश में जहां भारत के सिर्फ 10% लोग अंग्रेजी बोलते हैं, एक ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की बेहद जरूरत है जो भारतीय यूज़र्स को भाषा का व्यापक अनुभव दे सके और उन्हें जोड़ने में मदद कर सके। Koo भारतीय भाषाओं को पसंद करने वाले लोगों की आवाज़ के लिए एक मंच प्रदान करता है।