इंदौर: आपने मुन्ना भाई फिल्म में देखा होगा किस प्रकार एक अन्य युवक मुन्ना की जगह एग्जाम देने के लिए ठीक उसी की तरह बनकर तैयार होकर एग्जाम देता है, ठीक ऐसा ही कुछ इंदौर के ITI इंडस्ट्रियल ट्रैनिंग इंस्टिट्यूट में चल रही ऑफलाइन एग्जाम में सामने आया है। दरसल इंदौर के नंदानगर स्थित गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रैनिंग इंस्टिट्यूट में एक परीक्षार्थी को पकड़ा गया है जो किसी और छात्र के नाम से परीक्षा देने हॉल में बैठा था।
बता दे कि आज ITI में फीटर ग्रेड का पेपर था जिसे हल करने आए इस असल जिंदगी के मुन्नाभाई पर पर्यवेक्षक को शंका हुई। बाद में आइटीआइ प्रबंधन ने दूसरे छात्र को भी बुलवा लिया, जिसके बाद पुलिस की पूछताछ के दौरान दोनों ने सच उगल दिया और इस पूरी सजिश का संचालक एक संस्था का शिक्षक का नाम भी बता दिया। पूछताछ में नकली छात्र ने पुलिस को बताया कि छात्र ने परीक्षा में दूसरे विद्यार्थी को बिठाने के पंद्रह सौ रुपए देने को कहां गया था। जब इस मामले का खुलासा हुआ तो इस साजिश में एक प्राइवेट आइटीआइ का कोर्स करवाने वाली संस्था के संचालक का नाम सामने आया है। फिलहाल आइटीआइ प्रबंधन ने दोनों छात्रों को पुलिस को सौंप दिया है, जिसके बाद पूछताछ जारी है।
कैसे पकड़ाया नकली छात्र-
आज ITI में फिटर और इलेक्ट्रीशियन ग्रेड का इंजीनियरिंग ड्राइंग विषय का पेपर था, जिसमे करीब 165 परीक्षार्थी मौजूद थे, इस दौरान पेपर शुरू होने के बीस मिनट बाद पर्यवेक्षकों ने विद्यार्थियों के फोटो आइडी-रोल नंबर का मिलान किया। जैसे ही पर्यवेक्षक विष्णु प्रसाद भामरे नामक छात्र के पास पहुंचे तो आधार कार्ड-रोल नंबर पर दर्शाए फोटो से छात्र का चेहरा मिलता-जुलता नजर नहीं आया। शंका होने पर पर्यवेक्षक ने पूछा कि फोटो में चेहरा काफी भरा हुआ दिखा रहा है। इस पर छात्र बोला कि पहले सर मैं प्रोटीन पावडर लेता था। इसके बाद शिक्षकों के सख्ती से पूछताछ करने के दौरान उसने अपना असली नाम तुषार चौधरी उगल दिया। इस दौरान परीक्षा हॉल में से एक छात्र भी उठकर अचानक भाग गया जिसकी भी जाँच की जा रही है।