फर्जी नगर निगम का व्यवसायिक लायसेंस बनवाने वाला गिरफ्तार

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भोपाल। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का मुद्रा लोन के लिये फर्जी नगर निगम का व्यवसायिक लायसेंस बनवाने वाला नगर निगम का दलाल राज्य सायबर सेल, इन्दौर की गिरफ्त में।

  1. आरोपी नगर निगम का दलाल बनवाता था, फर्जी सबसिडी वाले लोन के लिये फर्जी व्यवसायिक लायसेंस।
  2. आरोपी सोनू उर्फ सोहन पवार के कहने पर शैलेन्द्र शर्मा एवं विशाल डांगी का शैलेन्द्र चिल्ड वाॅटर एवं अवतार स्पेयर सेंटर के नाम से बनवाया था, फर्जी व्यवसायिक लायसेंस।
  3. आरोपी के द्वारा किसी भी व्यक्ति के आधार कार्ड, पेन कार्ड, रेंट एग्रीमेंट एवं पासपोर्ट साइज का फोटो लेकर किसी के भी द्वारा लाकर देने पर बनवा देता था, व्यवसायिक लायसेंस।
  4. झोनल कार्यालय की भूमिका की राज्य सायबर सेल इन्दौर कर रही है जाॅच।

राज्य सायबर क्राइम पुलिस मुख्यालय भोपाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा आर्थिक अपराधों में तकनीक के दुरूपयोग के तत्काल निकाल करने के संबंध में हाल ही दिये गये निर्देशों के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इन्दौर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह के द्वारा बताया गया कि फरियादी शैलेन्द्र शर्मा पिता राजेन्द्र शर्मा निवासी- 2716, ई- सेक्टर, सुदामा नगर, इन्दौर के द्वारा आवेदक के दस्तावेजों का दुरूप्योग कर बैंक में खाता खुलवाकर फर्जी तरीके से लोन प्राप्त करने के संबंध में शिकायत की गई थी। शिकायत की जाॅच पर से अपराध क्रमांक 47/2020 धारा 419, 420, 467, 468, 471, 406, 409, 201, 120बी, 34 भादवि एवं 66सी, 66डी आइटी एक्ट का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। जिसकी विवेचना हेतु एक टीम निरीक्षक अम्बरीश मिश्रा, प्र0आर0 रामप्रकाश बाजपेई एवं आर0 रमेश भिडे की गठित की गई।


दौराने विवेचना पूर्व में गिरफ्तार आरोपी सोनू उर्फ सोहन पवार के द्वारा फरियादी शैलेन्द्र शर्मा का शैलेन्द्र चिल्ड वाॅटर पता- स्कीम नम्बर 71 दस्तूर गार्डन के पीछे, गुमास्ता नगर, इन्दौर के नाम से नगर निगम के दलाल योगेश माहेश्वरी के द्वारा नगर निगम व्यवसायिक लायसेंस बनवाना बताया गया था। जिस पर से नगर निगम महाराणा प्रताप झोन संगम नगर, इन्दौर से जानकारी प्राप्त करने पर शैलेन्द्र चिल्ड वाॅटर पता- स्कीम नम्बर 71 दस्तूर गार्डन के पीछे, गुमास्ता नगर, इन्दौर व अवतार स्पेयर सेंटर पता- 64केबी, गुमास्ता नगर, इन्दौर के नाम पते से व्यवसायिक लायसेंस जारी करना बताया गया।
आरोपी योगेश माहेश्वरी ने पूछताछ में बताया कि आरोपी सोनू उर्फ सोहन पवार के द्वारा दिये गये शैलेन्द्र शर्मा एवं विशाल डांगी के दस्तावेजों जिसमें आधार कार्ड, पेन कार्ड, रेन्ट एग्रीमेंट व फोटो दिये थे, व शैलेन्द्र शर्मा के व्यवसायिक लायसेंस बनवाने के लिये दिये गये आवेदन पर सोनू उर्फ सोहन पवार द्वारा अपना मोबाइल नम्बर दिया गया था व आरोपी विशाल डांगी के व्यवसायिक लायसेंस बनवाने के लिये दिये गये आवेदन पर सोनू उर्फ सोहन पवार द्वारा आरोपी पिन्टू कजरे का मोबाइल नम्बर दिया गया था।
आरोपी योगेश माहेश्वरी द्वारा स्कीम नम्बर 51 महाराणा प्रताप झोन संगम नम्बर इन्दौर से शैलेन्द्र चिल्ड वाॅटर व अवतार स्पेयर सेंटर के नाम से बने व्यवसायिक लायसंेस आरोपी सोनू पवार को दे दिये थे। जिसके माध्यम से ही गिरफ्तार आरोपीगण महेश दुबे, पिन्टू कजरे व यूनियन बैंक आॅफ इंडिया के ब्रांच मैनेजर आरोपी अरूण जैन एवं अभिषेक नामदेव तथा फरार चल रहे आरोपी देवदत्त पौराणिक के द्वारा कुल 09 फर्जी सबसिडी वाले मुद्रा लोन करना पाये गये है।
उक्त प्रकरण की विवेचना में निरीक्षक अम्बरीश मिश्रा, प्र0आर0 रामप्रकाश बाजपेई, आर0 रमेश भिडे, गजेन्द्रसिंह राठौर, विजय बडोदकर, महावीर परिहार की सराहनीय भूमिका रही।