एक ओर जहाँ केंद्र सरकार निरंतर देश में लागु किये गए नए कृषि बिल को किसानों के हित में बता रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लगातार किसानो द्वारा इस बिल का कड़ा विरोध किया जा रहा है। सरकार की तरफ से किसानों की समस्या का निदान करने ठोस बदलाव करके इस बिल में संसोधन किया गया, लेकिन किसान संगठन लगातार इस बिल को वापस लेने की मांग कर रहे है। इस कड़ाके की ठण्ड में भी किसानों का आंदोलन लगातार जारी है।
बीते 25 दिनों से चल रहे इस आंदोलन में किसानों को देश विदेश के कई संगठनो से समर्थन मिला। इस दौरान इस आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार ने कई बार किसानों को चिट्टी भी लिखी, जिसके जवाब में किसानों ने सरकार को खुला पत्र दिया। अब आज किसान संगठन ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि आज से 24 घंटे के लिए सभी धरना स्थलों पर भूख हड़ताल का ऐलान किया गया है। वहीं आज फिर सरकार ने 40 संगठनों को बातचीत करने के लिए चिट्टी लिखी गई है।
आज से किसान भूख हड़ताल पर
अब किसान संगठन ने कृषि कानून के विरोध में 1 दिन की भूख हड़ताल का ऐलान किया है। स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने बतया है कि 21 दिसंबर को कृषि कानूनों के खिलाफ सभी धरना स्थलों पर किसान 24 घंटे का उपवास शुरू करेंगे।