मुंबई। शनिवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की शिवसेना को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणियों के बावजूद आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में महाराष्ट्र की शिवसेना की अगुवाई वाली महा विकास आघाड़ी सरकार ने टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने में ‘जल्दबाजी’ क्यों दिखाई?
दरअसल, शुक्रवार को पुलिस ने रायगढ़ स्थित अलीबाग में एक अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया था, जहां इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है।
वही, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि, “अर्नब गोस्वामी के मामले में माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रथम दृष्टया की गई टिप्पणियों और जांच पर रोक के लिए गोस्वामी की ओर से हाई कोर्ट में किए गए आवेदन के बावजूद एमवीए सरकार ने आरोपपत्र दाखिल करने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई?”
उन्होंने कहा कि, “क्या यह उच्चतम न्यायालय के फैसले का मजाक नहीं है? क्या वे दोबारा निजी स्वतंत्रता को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं?”
उल्लेखनीय है कि, सुप्रीम कोर्ट ने अर्नब गोस्वामी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पिछले महीने ही महाराष्ट्र सरकार से सवाल उठाये थे और कहा था कि, अगर इस तरह किसी व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता को प्रभावित किया जाता है तो यह न्याय का मजाक होगा।