नेत्रदान दान का विषय ही नहीं वरन् नेत्र जीवन का पुंजप्रकल्प है – डॉ भरत शर्मा

Shivani Rathore
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भारत विकास परिषद, विंध्य प्रांत, सतना शाखा द्वारा आयोजित “नेत्रदाता परिजन सम्मान समारोह” में बतौर मुख्य अतिथि डॉ भरत शर्मा – संस्कृति मंत्रालय सदस्य, भारत सरकार, ने मंच पर अपने उद्बोधन में उक्त बात कही। आपने नेत्रदाता परिजन को धन्यवाद देते हुए कहा की आपके परिजन द्वारा किया गया नेत्रदान आपकी सहमति से किसी नेत्रहीन के जीवन में प्रकाशपुंज का संचार कर आपके परिजन के नेत्रों को पुनर्जीवित करने का माध्यम है । ऐसे समारोह में शामिल होना हमेशा गर्वित और प्रेरणात्मक होता है। कार्यक्रम में म.प्र. सरकार में राज्यमंत्री सुश्री प्रतिमा बागरी (नगर विकास और आवास मंत्रालय) कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में मौजूद थी। आपने सभी नेत्रदानों परिजनों को बधाई दी और नेत्रदान के महायज्ञ में अपनी अपनी आहुति देने के लिये प्रेरित किया।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में सतना के महापौर श्री योगेश ताम्रकार ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला और नेत्रदान की दिशा में सतना में किए जा रहे अपने प्रयासों से मात्र ४ लाख की आबादी वाले ज़िले में २०० से अधिक नेत्रदानी होने पर प्रदेश में सर्वाधिक नेत्रदान करने का दावा किया।

उक्त कार्यक्रम में अमृत युवा महोत्सव के अनुक्रम में लगभग ३५ विद्यालय के ७६५९ छात्र-छात्राओं द्वारा एक ही समय में राष्ट्रगीत गान को वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स द्वारा भारत विकास परिषद और आयोजक सुश्री अलका योगेश ताम्रकार को नामांकित कर प्रमाणपत्र से वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के एशिया पसिफ़िक अध्यक्ष डॉ भरत शर्मा द्वारा सम्मानित भी किया गया। संस्था को वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, लंदन के अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट संतोष शुक्ला, लंदन से सांसद वीरेंद्र शर्मा, स्विट्ज़रलैंड से विलियम जेज़लर ने शुभकामनाएँ प्रेषित की। संस्था भारत विकास परिषद, विंध्य प्रांत, सतना शाखा के प्रांत प्रमुख श्री जितेंद्र जैन द्वारा अतिथि परिचय दिया गया और मुख्य अतिथि का शॉल, श्रीफल और तुलसी के पौधे से स्वागत किया गया और अतिथियों को स्मृचिह्न देकर सम्मानित किया।

समारोह में माउंट एवरेस्ट पर्वतारोही रत्नेश पांडेय, कैंसर विशेषज्ञ डॉ संजय माहेश्वरी, शिवम् सिद्धार्थ भारतीय, श्री नीलेश पांडे और उल्लेखनीय लगभग २०० से अधिक नेत्रदानियों के परिवार के लगभग १००० लोगो ने शिरकत की।