गरीबों की मौज.. अब कोई नहीं मांगेगा भीख, सरकार ने आम लोगों के लिए लॉन्च की खास योजना

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Smile Scheme: सरकार का उद्देश्य हमेशा यह रहा है कि समाज के हर वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, चाहे वह आम नागरिक हो या खास, अमीर हो या गरीब, किसी भी जाति, समुदाय, या विकलांगता से हो। इसी सोच को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्माइल योजना (SMILE – Support for Marginalized Individuals for Livelihood and Enterprise) की शुरुआत की। यह योजना विशेष रूप से ट्रांसजेंडर समुदाय और भीख मांगने वाले व्यक्तियों के लिए बनाई गई है, जो आमतौर पर समाज में उपेक्षित रहते हैं। इस योजना का उद्देश्य इन लोगों को रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा, और अन्य कल्याणकारी सेवाओं के माध्यम से सशक्त बनाना है।

Smile Scheme का उद्देश्य

स्माइल योजना का मुख्य उद्देश्य हाशिए पर पड़े व्यक्तियों को आजीविका और व्यवसाय के अवसर प्रदान करके उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाना है। इसके तहत उन्हें विभिन्न कल्याणकारी सेवाएं, चिकित्सा सुविधाएं, शिक्षा, कौशल विकास और आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

स्माइल योजना को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 12 फरवरी 2022 को लॉन्च किया। इस योजना में दो प्रमुख उप-योजनाएं शामिल हैं:

  1. ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए कल्याण और पुनर्वास कार्यक्रम।
  2. भीख मांगने वाले व्यक्तियों के लिए पुनर्वास और समावेशन उपाय।

ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए विशेष योजनाएं

स्माइल योजना के तहत, ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इनमें शामिल हैं:

  • शिक्षा के अवसर: ट्रांसजेंडर छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती है, जो उन्हें 9वीं कक्षा से लेकर पीजी स्तर तक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देती है।
  • कौशल विकास: ट्रांसजेंडरों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
  • स्वास्थ्य सेवाएं: ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, ताकि उनकी शारीरिक और मानसिक भलाई सुनिश्चित हो सके।
  • गरिमा गृह: ट्रांसजेंडरों के लिए गरिमा गृह बनाए गए हैं, जहां वे सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकते हैं।
  • ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ: प्रत्येक राज्य में ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ स्थापित किए गए हैं, जो ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के खिलाफ अपराधों पर नजर रखते हैं और उनका संरक्षण करते हैं।

भीख मांगने वालों के लिए पुनर्वास

स्माइल योजना का एक अहम हिस्सा उन व्यक्तियों के लिए है, जो जीवन यापन के लिए भीख मांगते हैं। इसके अंतर्गत:

  • नए आश्रय घर: भीख मांगने वाले व्यक्तियों के लिए सुरक्षित और अच्छा माहौल सुनिश्चित करने के लिए आश्रय घर बनाए गए हैं।
  • पुनर्वास केंद्र: इस योजना के तहत पुनर्वास केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां इन लोगों को सामाजिक सुरक्षा, रोजगार और कौशल विकास के अवसर मिलते हैं।
  • मुख्यधारा में समावेशन: इस योजना का उद्देश्य उन लोगों को मुख्यधारा में लाकर उन्हें भीख मांगने के चक्र से बाहर निकालना है।

Smile Scheme के लाभार्थी

यह योजना विशेष रूप से निम्नलिखित वर्गों के लिए है:

  • अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के व्यक्ति।
  • विकलांग व्यक्ति।
  • वह व्यक्ति जिनका परिवार कोरोना महामारी के कारण आर्थिक संकट में है, और जिनके परिवार के मुख्य कमाने वाले सदस्य की कोरोना से मृत्यु हो गई हो।
  • भीख मांगने वाले व्यक्तियों और ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य।

नौकरी से लेकर व्यवसाय तक मिलेगा अवसर

स्माइल योजना उन व्यक्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और व्यापार के अवसर प्रदान करती है। ये क्षेत्र हैं:

  • कृषि और संबंधित गतिविधियां
  • हैंडक्राफ्ट और हैंडलूम
  • सूक्ष्म और लघु उद्योग
  • पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी
  • सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT)।

इसके अलावा, इन लाभार्थियों को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण का भी समर्थन दिया जाता है। यह प्रशिक्षण उन्हें व्यवसाय विकास, व्यवसाय नियोजन, और विपणन जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं से लैस करता है।