बिजली की मांग बढ़कर 5280 मैगावाट पहुंची, एक दिन में रिकॉर्ड 9.18 करोड़ यूनिट हुई आपूर्ति

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इंदौर। दीवाली की छुट्टियों को दौर खत्म होने, रबी की सीजन में फसलों की सिंचाई का काम काफी तेज होने से मालवा-निमाड़ अंचल में बिजली की मांग दस दिनों की तुलना में 1200 मैगावाट बढ़कर अधिकतम 5280 मैगावाट तक पहुंच चुकी है।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि वर्तमान में इंदौर सहित सभी 15 जिलों में बिजली की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है। यह बढ़ोत्तरी 5 से लेकर 30 फीसदी तक दर्ज की गई। तोमर ने बताया कि रबी की सीजन में कंपनी क्षेत्र में करीब तेरह लाख सिंचाई पंपों से सिंचाई कार्य होते है, इसी वजह से बिजली मांग में सतत बढ़ोत्तरी होती है। वहीं औद्योगिक व घरेलू बिजली मांग भी संतोषजनक है।

उन्होंने बताया कि आगामी तीन से चार सप्ताह के दौरान सिंचाई के लिए बिजली की मांग में और भी बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने बताया कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान कंपनी क्षेत्र में कुल नौ करोड़ अठारह लाख यूनिट बिजली का वितरण हुआ है, जबकि इंदौर जिले में कुल 1 करोड़ 51 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति की गई।

दूसरे नंबर पर धार जिले में सबसे ज्यादा 1 करोड़ 35 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई। तीसरे नंबर पर उज्जैन जिला एक करोड़ यूनिट, देवास जिला 81 लाख यूनिट, खरगोन जिले में 72 लाख यूनिट बिजली चौबीस घंटे के दौरान वितरित की गई। शेष जिलों में 25 लाख यूनिट से 65 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई।

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सतत ले रहे फीडबैक

मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य ने बताया कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के आदेशानुसार आपूर्ति संबंध में सतत फीडबैक लिया जा रहा है। प्रतिदिन 500 से ज्यादा उपभोक्ताओं को रेंडम आधार पर फोन कर आपूर्ति व अन्य बिजली सेवा संबंधी फीडबैक लिया जा रहा है। फीडबैक में 99 फीसदी से ज्यादा संतुष्टि परिलक्षित हो रही है।