इंदौर। मालवा और निमाड़ में कृषि सिंचाई कार्य बड़े पैमाने पर चलने के कारण बिजली की मांग सर्वाधिक दर्ज की गई है। बुधवार को मांग सबसे ज्यादा 6108 मैगावाट दर्ज की गई । पिछले चौबीस घंटे के दौरान क्षेत्र में कुल 9 करोड़ 68 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि एक माह में बिजली की अधिकतम मांग में 700 मैगावाट की बढ़ोत्तरी हुई है। नवंबर के तीसरे सप्ताह में बिजली मांग 5400 मैगावाट दर्ज की गई थी, यह अब रिकार्ड स्तर पर बढ़कर 6108 मैगावाट हो गई है। तोमर ने बताया कि 23 दिसंबर को बिजली वितरण भी काफी ज्यादा हुआ है। इंदौर जिले में 1.25 करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई है। इसी तरह धार जिले में 1.21 करोड़, उज्जैन में 1.13 करोड़, खरगोन जिले में 96 लाख, देवास में 92 लाख, रतलाम में 73 लाख, मंदसौर में 51 लाख, शाजापुर जिले में एक ही दिन में 50 लाख यूनिट बिजली वितरित हुई है। श्री तोमर ने बताया अपेक्षाकृत गैर घरेलू श्रेणी के तीनों वर्ग के उपभोक्ताओं औद्योगिक, कृषि एवं दुकान, माल्स आदि में खपत बढ़ी है। पिछले वर्ष की तुलना में देखा जाए तो मालवा और निमाड़ में रोज एक करोड़ यूनिट ज्यादा बिजली वितरित की जा रही है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि आपूर्ति को लेकर गहन पर्यवेक्षण हो रहा है, जहां भी तकनीकी समस्या सामने आती है, तुरंत सुधार कार्य किया जाता है।