इंदौर। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने उपभोक्ता सुविधाओं को और बढ़ाते हुए सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर 1912 को अत्याधुनिक स्वरूप प्रदान किया है। अब विद्युत संबंधी शिकायतें करने वाले उपभोक्ताओं को यदि कॉल वेटिंग मिली तो उनके पास क़ॉल बेक रिक्वेस्ट का बटन दबाने का आप्शन रहेगा। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को कुछ देर बाद कॉल सेंटर कर्मचारी ही कॉल लगाकर शिकायत दर्ज करेगा।
मप्रपक्षेविविकं ने सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर की क्षमता में काल चैनल्स की संख्या चार गुना बढ़ाकर 500 तक कर दी है। इससे अब अधिकतम 500 उपभोक्ता एक समय में कॉल लगा सकेंगे उन्हें वेटिंग नहीं मिलेगा।
इसके अलावा सर्वर की क्षमता भी बढ़ाई गई है। साथ ही कॉल सेंटर को बिजली कर्मचारी व अधिकारियों के बीच तुरन्त सम्पर्क के लिए विशेष एप बनाकर जोड़ा गया है। इससे बिजली उपभोक्ताओं की दर्ज शिकायत अगले ही पल संबंधित कर्मचारी व अधिकारी को मोबाइल पर दिखेगी। साथ ही उन्हें नोटिफिकेशन का एसएमएस भी प्राप्त होगा। इससे कार्य में अत्यंत तेजी आएगी, क्योंकि बिजली कर्मचारियों को कॉल सेंटर से दोबारा कॉल लगाने में लगने वाले समय की बचत होगी। नोटिफिकेशन की सुविधा होने से, सर्वर की क्षमता बढ़ाने, कॉल चैनल्स संख्या चार गुना बढ़ाने और कॉल बैक की सुविधा देने से अब कॉल सेंटर की सुविधाओं को अत्याधुनिक स्वरूप प्रदान किया गया है।
1 जुलाई से बिजली कम्पनी का कॉल सेंटर शत-प्रतिशत कम्पनी के अधीन ही कार्य कर रहा है, कोई भी कार्य आउटसोर्स कम्पनी के भरोसे नहीं है। आत्मनिर्भरता की ओर कदम कम्पनी के ही इंजीनियरों ने अथक मेहनत कर कॉल सेंटर को अत्याधुनिक बनाया है। यह आत्म निर्भर भारत की दिशा में भी बहुत अच्छी पहल है। अब उपभोक्ताओं को ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी व शिकायत निवारण कार्य में पहले की तुलना में समय भी कम लगेगा।