भोपाल। विद्युत वितरण कंपनी के उप महाप्रबंधक रितेश श्रीवास्तव को आज लोकायुक्त पुलिस ने ₹10000 की रिश्वत लेते पकड़ा। रितेश श्रीवास्तव उप महा प्रबंधक (संचालन एवं संधारण) संभाग मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड व्यावरा जिला राजगढ़ के द्वारा आवेदक सुरेंद्र गुर्जर निवासी व्यावरा विद्युत ठेकेदार से ओ वाय टी योजना में किसानों के ट्रांसफार्मर लगाने के लिए प्रति फ़ाइल 5 हजार रुपए के हिसाब से 6 फ़ाइलों के लिये 30,000 रु रिश्वत की मांग की गई थी। जिसे लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ लिया।
असेस्मेंट फ्री जोन बनाने में बिजली कंपनी की प्रभावी तैयारी…
आंकलित खपत की बजाए वास्तविक खपत के ही बिल जारी करने के लिए बिजली कंपनी ने असेस्मेंट फ्री जोन की व्यापक तैयारी की है। अब तक इंदौर समेत अन्य जिलों के 20 जोन असेस्मेंट फ्री की श्रेणी में आ चुके है। इन जोन पर उपभोक्ताओं की संतुष्टि का स्तर भी बढ़ा है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देशानुसार असेस्मेंट फ्री जोन के लिए अक्टूबर में तैयारी की गई थी। अब इससे आशातीत परिणाम मिलना प्रारंभ हो गए है। काल सेंटर से उपभोक्ताओं को किए गए फोन में भी संतुष्टि का प्रतिशत 99 तक पहुंच चुका है। तोमर ने बताया कि इंदौर शहर के मनोरमागंज, तिलक नगर, सांवेर रोड, महू शहर, पीथमपुर शहर इस श्रेणी में शामिल है। इसी तरह कहारवाड़ी जोन खंडवा, हरसूद, लालबाग बुरहानपुर, भीकनगांव, सनावद, बड़वाह, महेश्वर, बड़वानी, झाबुआ, कियोस्क जोन उज्जैन, सोनकच्छ, शुजालपुर, पावर हाउस व विनोबा नगर रतलाम, नीमच टाउन आदि जोन असेस्मेंट फ्री जोन की श्रेणी में आ चुके है । यहां 99 फीसदी से ज्यादा बिल वास्तविक रीडिंग के ही जारी हो रहे है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि मार्च तक सभी 110 शहर असेस्मेंट फ्री बिजली बिल वाले हो जाएंगे। सभी जगह एप से मीटर रीडिंग हो रही है।
नए प्रयास से ये फायदे होंगे…
- आंकलित खपत से पूर्णतः मुक्ति मिलेगी
- जोन पर विवाद की नौबत नही आएगी
- बिल सुधार के आवेदन निपटान से मुक्ति
- उपभोक्ताओं का विश्वास और बढ़ेगा
- समय पर बिल राशि चुकाने का प्रोत्साहन
- कर्मचारी ज्यादा मनोभाव से कार्य कर पाएंगे