भोपाल : राज्य शासन ने शासकीय एवं निजी क्षेत्र के अस्पतालों के सुनियोजित प्रबंधन एवं सभी आवश्यक सुविधाओं तथा संसाधनों की उपलब्धता के सुनिश्चित करने के उद्देश्य तथा भविष्य की रणनीति निर्धारण के लिये आवश्यक सुझाव प्रस्तुत करने के लिये मंत्री-समूह का गठन किया है। मंत्रालय में इस समूह की आज प्रथम वर्चुअल बैठक हुई।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह, स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव और नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया शामिल हुए।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि अस्पतालों के सुनियोजित प्रबंधन के लिये माइक्रो प्लानिंग की जरूरत है। इसके लिये संस्थागत प्लानिंग की जाना चाहिये। शासकीय और निजी, दोनों हेल्थ स्ट्रक्चर को जोड़ना होगा। अस्पतालों की बढ़ोत्तरी के साथ उनमें सुविधाओं और अन्य व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जाना आवश्यक है। इसके लिये जिलेवार, संस्थावार प्लानिंग की जाये।
श्री सारंग ने कहा कि थर्ड वेव के दृष्टिगत बच्चों के इलाज के लिये हेल्थ वर्कर्स को ट्रेनिंग की आवश्यकता जरूरी है। बच्चों के ट्रीटमेंट के लिये उनके पालकों को भी ट्रेनिंग की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि अगर बच्चे बीमार हुए, तो माँ या पालक को उनके साथ रखना होगा। इसके लिये उनके वैक्सीनेशन पर भी ध्यान देना होगा। होम आइसोलेशन के मरीजों के लिये भी प्लानिंग करना होगी।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि भोपाल में सेवा कार्य में लगे हुए लोगों को हेल्थ सर्विस से जोड़ने का नवाचार किया गया है। आने वाले समय में लगभग 250 लोगों को ट्रेनिंग देने की तैयारी की जायेगी। उन्हें ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल से अवगत कराया जायेगा।श्री सारंग ने कहा कि मरीजों को जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज तक पहुँचाने के लिये एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। साथ ही मेडिकल कॉलेज रिसर्च एवं डेव्हलपमेंट पर ध्यान दें।
बैठक में प्राप्त सुझावों में स्थानीय डॉक्टर्स का सहयोग, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अन्य व्यवस्थाएँ, प्रायवेट अस्पतालों द्वारा स्वयं के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने, महिला चिकित्सक एवं बाल रोग चिकित्सक की आवश्यकता शामिल हैं। इसी के साथ सरकार से अनुबंधित निजी अस्पतालों की सूची एवं सम्पर्क नम्बर जारी करने का सुझाव भी प्राप्त हुआ, ताकि नागरिकों को निजी अस्पताल गुमराह न कर सकें।
बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अपर मुख्य सचिव एवं मंत्री-समूह के समन्वयक श्री मोहम्मद सुलेमान और चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्री निशांत वरवड़े मौजूद थे।