कोयला तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी को ED का समन, अमित शाह दी ये चुनौती

Share on:

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को कोयला तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है। वहीं समन के बाद अभिषेक बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अपना निशाना बनाया है। अभिषेक ने अमित शाह पर वार करते हुए कहा है कि टीएमसी को त्रिपुरा में भी जीत मिलेगी। अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि टीएमसी को रोक कर दिखाएं।

बता दें कि, ED ने अभिषेक बनर्जी को जांच में शामिल होने के लिए 6 सितंबर को बुलाया है साथ ही उनकी पत्नी रुजिरा को भी 3 सितंबर को बुलाया गया है। गौरतलब है कि, जांच एजेंसी कोयला तस्करी मामले में दोनों से पूछताछ करेगी। दोनों के अलावा, सीआईडी के एडीजी ज्ञानवंत सिंह और अभिषेक के वकील संजय बासु को भी जांच में शामिल होने के लिए समन भेजा गया है।

Also Read: अगले हफ्ते होगा योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, इन नेताओं को बनाया जा सकता है मंत्री

जांच एजेंसी का समन मिलने के बाद अभिषेक बनर्जी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 2021 के चुनाव में स्टूडेंट्स और युवाओं ने बिना किसी डर के तृणमूल कांग्रेस का समर्थन किया। हमने त्रिपुरा में काम करना शुरू कर दिया है और बीजेपी की जड़ें त्रिपुरा में हिलने लगी हैं। उन्होंने कहा कि, ”ममता बनर्जी तक बीजेपी नहीं पहुंच पाएगी, स्टूडेंट्स और युवा ही उन्हें रोक देंगे. अगर कोई सोचता है कि सीबीआई और ईडी से हमें डरा-धमका लेंगे तो हमारी लड़ाई और बढ़ेगी ही।’

ममता बनर्जी के भतीजे ने आगे कहा कि जिस भी राज्य में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है, टीएमसी उन राज्यों में जाएगी और लोगों के लिए लड़ाई लड़ेगी। अगर बीजेपी को लगता है कि हम रुक जाएंगे तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम किसी भी चीज से नहीं डरने वाले। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती देते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि, ”जिस भी राज्य में टीएमसी प्रवेश करेगी, मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि उसे रोक कर दिखाएं। हम उस राज्य को जीतेंगे। हम त्रिपुरा में जीत दर्ज करेंगे।”

अभिषेक ने आगे कहा कि “जो पार्टी बाहरी लोगों को लेकर आई और बंगाल में टीएमसी के खिलाफ डेरा डाली रही, उन्हें आप यास और अमफान तूफान या फिर कोरोना महामारी के दौरान नहीं पा सकते। जब तक बीजेपी को इस देश से बाहर नहीं फेंक देते हैं, तब तक हम लड़ते रहेंगे। यह लड़ाई दिल्ली जाकर रुकेगी।”