हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भूकंप के झटकों से धरती हिल गई है। बताया जा रहा है कि रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 2.4 मापी गई है। कहा जा रहा है कि ये भूकंप आज सुबह 3.55 बजे आया है। हालांकि इससे किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। दरअसल, कम तीव्रता होने की वजह से ज्यादा भूकंप महसूस नहीं हुआ।
वहीं लोग भी आराम से सोए हुए थे। इस भूकंप के 10 दिन पहले भी हिमाचल के बिलासपुर में भूकंप महसूस किया गया था। जिसकी तीव्रता 3.2 मापी गई थी। वो भी दोपहर करीब 3:49 बजे आया था। लेकिन इससे किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। जानकारी के मुताबिक, हिमाचल के इतिहास में रिक्टर स्केल पर 4 या उससे अधिक की तीव्रता के भूकंप 80 से ज्यादा बार महसूस किये जा चुके हैं।
बीआईएस भूकंपीय जोनिंग मानचित्र के मुताबिक, हिमाचल के 5 जिलों में खतरा सबसे ज्यादा है। बता दे, चंबा जिले का 53.2%, हमीरपुर का 90.9%, कंगड़ा का 98.6%, कुल्लू का 53.1% और जिले मंडी का 97.4 फीसदी क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से हाई रिस्क जोन में है। इसके अलावा प्रदेश में 4 अप्रैल 1905 में कांगड़ा में आए भूकंप से मची तबाही को कौन भूल सकता है। क्योंकि उस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। जिससे 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। वहीं 53 हजार से ज्यादा मवेशी मारे गए थे। एक लाख से ज्यादा घर नष्ट हो गए और अरबों की संपत्ति का नुकसान हो गया था।