तुर्की-सीरिया में भूकंप : मरने वालों की संख्या 5 हजार के पार, मदद के लिए आगे आया विश्व समुदाय, भावुक हुए PM Modi

ashish_ghamasan
Updated on:
Turkey earthquake, syria earthquake

Turkey earthquake aftershock। तुर्की और सीरिया (Turkey-Syria) में भूकंप से आई भीषण तबाही के निशान अभी भी हरे हैं। इस भयावह प्राकृतिक आपदा में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के ऐसे झटके आए कि लाशों का हिसाब रखना मुश्किल हो रहा है। कहा जा रहा है कि 100 साल बाद पूरी दुनिया ने ऐसा भयंकर भूकंप देखा है। तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही। भूकंप में मरने वालों की संख्या 5 हजार के पार हो गई है। भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई है।

राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए भारतीय बचाव दल को लेकर उड़ा वायुसेना का विमान सी -17 ग्लोबमास्टर अदाना पहुंच गया। भूकंप इतना तेज था कि यह पिछले एक सदी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक बन गई है। जानकारी के लिए आपको बता दे कि तुर्की में सोमवार सुबह 04:17 बजे भूकंप आया था। इसकी गहराई जमीन से 17.9 किलोमीटर अंदर थी। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था। भूकंप के बाद 77 झटके लगे। इनमें से एक झटका 7.5 तीव्रता का था। जबकि तीन झटके 6.0 तीव्रता से अधिक थे।

Also Read – केरल के पूर्व मुख्यमंत्री की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में कराया गया भर्ती

PM Modi ने कहा –

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) तुर्की में भूकंप के कारण हुई तबाही की बात करते हुए इमोशनल हो गए। PM मोदी ने 2001 में गुजरात के भुज में आए भूकंप की त्रासदी को याद किया। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों की जान चली गई थी। PM मोदी ने कहा- ‘मुझे एहसास है कि इस वक्त तुर्किये में क्या हालत है और वहां के लोग किन मुश्किलों से गुजर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा- ‘आज तुर्की जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।’

इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि तुर्की और सीरिया में पहले भूकंप के बाद 100 से ज्यादा बार आफ्टरशॉक महसूस हुए। इस विनाशकारी भूकंप में कई इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं और कई शहर मलबे के ढेर में तब्दील हो गए। हर तरह मौत का मंजर ही नजर आ रहा है।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि, भारत के कच्छ भुज में 26 जनवरी 2001 को आए भूकंप ने काफी तबाही मचाई थी। इस भूकंप में 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। वहीं डेढ़ लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे। NDRF की एक टीम राहत साम्रगी के साथ तुर्की पहुंच गई है। इसके साथ ही भारत से NDRF की दूसरी टीम तुर्की के लिए रवाना हो गई। कोलकाता NDRF की इस टीम में 50 सदस्य हैं। इससे पहले जो टीम तुर्की पहुंची, उसमें 51 सदस्य थे।

Also Read – Sidharth Malhotra-Kiara Advani की शादी की रस्में हुई शुरू, हल्दी और संगीत सेरेमनी का वीडियो हुआ वायरल