पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले 24 घंटों में प्रदेश के इन 10 जिलों में गरज चमक के साथ होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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MP Weather: प्रदेश के कई जिलों में आज धुआंधार वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं मूसलाधार बरसात की वजह से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। वहीं रविवार को जबलपुर में जोरदार वर्षा दर्ज की गई है। इसी के साथ वर्षा के कारण लोगों को उमस से आराम मिला है। जबलपुर में सबसे ज्यादा 73.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है। मानसून की एक्टिवनेस के साथ ही कई इलाकों में मूसलाधार वृष्टि का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मंडला, खजुराहो, नौगांव, उमरिया, दमोह, सतना, सीधी, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, भोपाल, धार और शिवपुरी में भी वर्षा देखने को मिली है। वहीं अगले 24 घंटे में बिजली गिरने के साथ ही झमाझम बरसात की चेतावनी जारी कर दी गई है।

कई नदियों का जलस्तर बढ़ा

वहीं जोरदार वर्षा के कारण नर्मदा अपने खतरे के चिन्ह के ऊपर बह रही है। वहीं दूसरी कई नदियां भी खतरे के मार्क से ऊपर बह रही है। मौसम विभाग द्वारा सोमवार को कई जिलों में भयंकर वर्षा की भविष्यवाणी की गई हैं। वहीं बड़वानी में डेंजर जोन के मार्क से 4 मीटर ऊपर नर्मदा का बहाव देखने को मिला। सागर में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई हैं। 31 जिलों में जोरदार वर्षा की आशंका जताई गई है।

इन क्षेत्रों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट

वहीं मौसम विभाग ने विदिशा, रायसेन, अशोक नगर, रीवा, सतना, डिंडोरी, सिवनी, सिंगरौली, शिवपुर, मुरैना, दतिया,, शिवपुरी अशोकनगर और रायसेन में बिजली गिरने के साथ भारी वर्षा की भविष्यवाणी जारी की गई है। 24 घंटे के अंदर इलाकों में धुआंधार वर्षा का अनुमान जताया गया है।

भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग द्वारा बेतूल, देवास, शाजापुर, गुना, ग्वालियर, भिंड, जबलपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, भोपाल, सीहोर, राजगढ़ , नर्मदा पुरम, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में धुआंधार वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।

मध्यम बारिश का पूर्वानुमान

हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार ,इंदौर, रतलाम, उज्जैन सहित आगर मालवा, मंदसौर, नीमच, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, मंडल और बालाघाट में हल्की और भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई।

एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव

वर्तमान समय में अलग अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां एक्टिव है। एक मानसून द्रोणिका बीकानेर, अजमेर, ग्वालियर, सीधी, छत्तीसगढ़ से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक पहुंच गई है। इस कारण से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार दबाव का क्षेत्र बना हुआ। दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भागों में चक्रवात और हरियाणा के अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात में भी हवा के ऊपरी भागों में चक्रवात उपस्थित है। पाकिस्तान के मध्य में भी एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बना हुआ है। इन वेदर सिस्टम एक्टिव होने से भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में काले घने मेघ छाए हुए हैं और रुक-रुककर वर्षा हो रही है।