क्वालिटी ऑफ एजुकेशन और टॉप प्लेसमेंट के चलते पारूल यूनिवर्सिटी बनी स्टूडेंट्स की पहली पसंद, हर साल 45 हजार से ज्यादा स्टूडेंट कर रहे शिक्षा हासिल – Parul University

Suruchi
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इंदौर। अपने देश में शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने और रियायत दरों पर शिक्षा देने के मकसद से पारुल ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन की स्थापना गुजरात के वडोदरा में 2009 में की गई थी। इसी के साथ 2015 में संस्थान ने विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त किया। संस्थान के अध्यक्ष देवांशु पटेल चेयरमैन हमेशा से ही शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं बहुत कम समय में उनके अथक प्रयासों के चलते पारूल यूनिवर्सिटी ने बेहतर रिजल्ट देकर देश दुनिया में अपने स्टूडेंट्स को बेहतर मुकाम पर पहुंचाया है। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी दूरदृष्टि सोच ने पारूल यूनिवर्सिटी को देश दुनिया की बेहतर यूनिवर्सिटी की लिस्ट में शामिल किया है। उनके इस संकल्प के साथ पारुल पटेल ने जुड़कर शिक्षा के नए आयाम स्थापित किए हैं ताकि हमारे देश के स्टूडेंट्स को क्वालिटी ऑफ एजुकेशन के लिए विदेश नहीं जाना पड़े साथ ही उन्हें बेहतर प्लेसमेंट मिल सके।

पारुल विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग , राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद और राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड , अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के एक स्वायत्त निकाय द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसी के साथ यूनिवर्सिटी को NAAC A++ से भी नवाजा गया है। जानकारी देते हुए पारूल यूनिवर्सिटी के एमपी छत्तीसगढ़ के रीजनल हेड प्रवीण प्रभाकर ने बताया कि पारुल यूनिवर्सिटी में देश दुनिया के 45 हज़ार स्टूडेंट्स 400 से ज्यादा कोर्स में शिक्षा हासिल कर रहे हैं।

जिसमें से लगभग 5 हज़ार से ज्यादा स्टूडेंट दुनिया के अलग-अलग देशों से है वही दूसरे स्टूडेंट देश के हर राज्य से आकर यहां शिक्षा हासिल कर रहे हैं। इंस्टीट्यूट द्वारा शिक्षा के हर क्षेत्र में शिक्षा प्रदान की जाती है जिसमें बीएएलएलबी, बीई बीटेक, बीएससी, बीबीए एमएससी, एम ई/एम टेक, एमबीए/पीजीडीएम, बीएएमएस, बी फार्मा, बीबीए, बीकॉम, होटल मैनेजमेंट, एविएशन और अन्य कोर्स में शिक्षा प्रदान की जाती है। इसी के साथ कॉलेज द्वारा हाल ही में ऑनलाइन एमबीए लर्निंग प्रोग्राम भी शुरू किया गया है जिसमें स्टूडेंट एडमिशन लेकर डिस्टेंस लर्निंग में शिक्षा हासिल कर सकते हैं।

सवाल. यूनिवर्सिटी केंपस कहां है क्या इंदौर और आसपास के स्टूडेंट्स के लिए शहर में रीजनल ऑफिस मौजूद है

जवाब. गुजरात के वडोदरा में पारुल यूनिवर्सिटी का कैंपस 150 एकड़ से ज्यादा में बना हुआ है। जहां पर सभी क्षेत्र में शिक्षा दी जाती है वही यूनिवर्सिटी के गुजरात में अहमदाबाद और राजकोट में 2 कॉलेज कैंपस है जहां पर एमबीबीएस के कुछ प्रोग्राम में शिक्षा दी जाती है। पूरी दुनिया में यूनिवर्सिटी के 55 से ज्यादा ऑफिस है जिसमें एमपी छत्तीसगढ का रीजनल ऑफिस इंदौर में है यहां पर उज्जैन, देवास खरगोन और अन्य जगह के स्टूडेंट का मार्गदर्शन यहां की हेड काजल सिंह द्वारा किया जाता है।

इंदौर में पारुल यूनिवर्सिटी के ऑफिस की शुरुआत लगभग 6 वर्ष पहले की गई थी ताकि स्टूडेंट्स की काउंसलिंग, एडमिशन और फरदर सर्विस प्रोसीजर यहीं से पूरा हो सके इंदौर में पारुल यूनिवर्सिटी का ऑफिस साउथ तुकोगंज में स्थित है। इसी के साथ मध्यप्रदेश में भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और रतलाम में भी यूनिवर्सिटी के ऑफिस मौजूद है। साथ ही छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी इसका ऑफिस मौजूद है।बाहर से आकर शिक्षा हासिल करने वाले स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज द्वारा हॉस्टल फैसिलिटी भी दी जाती है सर्व सुविधा युक्त इस हॉस्टल में 25 हज़ार से ज्यादा स्टूडेंट रहते हैं। जिसमें 300 से ज्यादा स्टूडेंट तो हर साल इंदौर और इसके आसपास के इलाकों से एडमिशन लेकर पढ़ाई के लिए जाते हैं।

सवाल. यूनिवर्सिटी का फीस स्ट्रक्चर क्या है यूनिवर्सिटी में बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले स्टूडेंट्स को रियायत दी जाती है

जवाब. अन्य यूनिवर्सिटी की तुलना में पारुल यूनिवर्सिटी की फीस बहुत कम है वही होनहार स्टूडेंट को बढ़ावा देने के मकसद से कॉलेज द्वारा बेहतर परफॉर्मेंस करने पर फीस में स्कॉलरशिप भी दी जाती है जिसमें 60% लाने वाले स्टूडेंट को 20% स्कॉलरशिप, 70% लाने पर 30% स्कॉलरशिप इसी के साथ 80% तक स्कोर करने पर 40% स्कॉलरशिप दी जाती है। यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को यह प्रदान की जाती है ताकि वह अपने टैलेंट की बदौलत स्कॉलरशिप के माध्यम से बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें।

सवाल. क्या कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य आयोजन भी किए जाते हैं

जवाब. यूनिवर्सिटी में मेंटल हेल्थ पर भी बहुत ज्यादा प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं इसी के साथ अवेयरनेस को लेकर भी कई प्रकार के आयोजन करवाए जाते हैं। इसी के साथ कॉलेज में स्टूडेंट को मोटिवेट रखने के लिए देश दुनिया के नामचीन मोटिवेशन स्पीकर भी आकर अपनी स्पीच देते हैं। स्टूडेंट्स को पढ़ाई के दौरान किसी प्रकार का कोई मानसिक तनाव ना हो इसके लिए समय-समय पर मनोचिकित्सक आकर स्टूडेंट्स की काउंसलिंग भी करते हैं। वहीं कॉलेज में सभी फेस्टिवल सेलिब्रेट किए जाते हैं।

सवाल. क्या खेल की महत्वता को समझते हुए यूनिवर्सिटी के कॉलेज में खेल का आयोजन किया जाता है

जवाब. शिक्षा के साथ-साथ खेल बहुत ज्यादा जरूरी है इसी को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी द्वारा क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेबल टेनिस, हॉकी, बैडमिंटन, खो खो, कबड्डी और अन्य प्रकार के गेम्स का आयोजन कॉलेज में किया जाता है कॉलेज के स्टूडेंट्स ने स्पोर्ट्स में नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। स्टूडेंट्स को बेहतर परफॉर्मेंस के लिए यूनिवर्सिटी परिसर में हर खेल के लिए खेल ग्राउंड भी मौजूद है। इसी के साथ स्टूडेंट्स को खेल में मार्गदर्शन के लिए कोच भी अवेलेबल रहते हैं यूनिवर्सिटी द्वारा खेल को बढ़ावा देने के लिए ऐसे स्टूडेंट जिन्होंने स्कूल और कॉलेज लेवल पर नेशनल इंटरनेशनल गेम्स में भाग लिया है उनके लिए स्पेशल स्कॉलरशिप प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं। इसी के साथ आर्मी बैकग्राउंड के स्टूडेंट के लिए कॉलेज द्वारा फ्री में शिक्षा दी जाती है।

सवाल. बेहतर शिक्षा के लिए किस क्राइटेरिया पर प्रोफेसर को अप्वाइंट किया जाता है, वही बेहतर प्लेसमेंट के लिए कॉलेज में किस प्रकार की कंपनियां आती है

जवाब. स्टूडेंट्स को बेहतर शिक्षा देने के मकसद से पारूल यूनिवर्सिटी में ऐसे प्रोफेसर और एजुकेटर को अप्वाइंट किया जाता है जिन्होंने आईआईएम, आईआईटी और देश के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी है वहीं उन्हें टीचिंग प्रोफेशन में एक लंबा अनुभव है। बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के बाद यह स्टूडेंट देश दुनिया की नामचीन कंपनियों में अपनी सेवाएं देते हैं अगर कॉलेज के प्लेसमेंट सेल किए बात की जाए तो यहां पर बैचलर को 5 लाख से ऊपर तक के पैकेज मिलते हैं वही मास्टर डिग्री में 10 लाख से 30 लाख तक के पैकेज पर कंपनी स्टूडेंट को अप्वॉइंट करती है। प्लेसमेंट सेल में हिस्सा लेने के लिए देश दुनिया की दो हजार से ज्यादा कंपनियां आती है जिसमें फेसबुक, मेटा, गूगल, महिंद्रा, रिलायंस, एशियन पेंट्स, गोदरेज, टीसीएस, बिरला और भी देश दुनिया की हर क्षेत्र की बड़ी कंपनी इसमें हिस्सा लेती है।