इस किसान मसीहा ने की मंदिर में आत्महत्या, लॉकडाउन के दौरान की थी लोगों की मदद

rohit_kanude
Published on:

लॉकडाउन के दौरान एक किसान ने कई लोगों की मसीहा बनकर कई मजदूरों की मदद की थी। उन्होंने हवाई जहाज के द्वारा उत्तर प्रदेश से बिहार भेजा और इसके बाद वापस बिहार से उत्तर प्रदेश बुलाने के कारण महशूर हुए थे। मंगलवार करीब 5 बजे में कोरोनो काल के महीसा किसान पप्पन सिंह गहलोत ने मंदिर के शिवालय में आत्महात्या कर ली है।

किसान पप्पन सिंह के घर के ठिक सामने बने हुए मंदिर के शिवालय में पंखे से लटककर खुदखुशी कर ली हैं। शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें बिमारी की वजह से आत्महात्या करने की बात लिखी हैं। फिलहाल पुलिस ने शव को फंदे से उतार लिया हैं और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया हैं।

Also Read : महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने की विद्युत विभाग के साथ समीक्षा बैठक, दिए आवश्यक निर्देश 

मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के तिगरीपुर गांव के रहने वाले पप्पन सिंह ने मंगलवार को खुदखुशी कर ली हैं। वह मशरूम की खेती करते थे। उन्होंने कड़े लॉडउन के दौरान अपने खेत में काम करने वाले मजदूरों को अपने ही खर्चे से उनको घर भेजा था। जब धिरे-धिरे पाबदियां कम होने लगी तो वापस काम करन के लिए काम करने वाले लोगों को बुला लिया था। उनसे वादा भी किया था कि मैं(मृत किसान) आपसे इसके पैसे नही लूगा। वे बेहद हंसमुख और मिलनसार व्याक्ति थे।