कर्मचारियों, अधिकारियों की मेहनत से आया व्य़ापक सुधार, सीएम हेल्पलाइन बिजली शिकायत निवारण में इंदौर सहित 15 जिले A Grade में शामिल

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इंदौर। उपभोक्ता सुविधाओं में बढ़ोत्तरी, बिजली आपूर्ति को लेकर सघन पर्यवेक्षण और 15 जिलों में नोडल अधिकारी द्वारा दैनिक समीक्षा कराए जाने से सीएम हेल्प लाइन 181 में आने वाली बिजली शिकायतों का तेजी से एवं सर्वमान्य तरीके से समाधान हो रहा हैं। इसी वजह से 21 नवंबर को जारी सूची में मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के इंदौर समेत सभी 15 जिले ए ग्रेड में आए हैं।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया ए ग्रेड मिलना समय पर, नियमानुसार और संतुष्टि के साथ कार्य कराए जाने की पुष्टि करता है। मालवा-निमाड़ में कंपनी स्तर पर मुख्य महाप्रबंधक श्री रिंकेश कुमार वैश्य और संयुक्त सचिव तरूण उपाध्याय सीएम हेल्प लाइन में आने वाली शिकायतों के निराकरण की प्रतिदिन समीक्षा करते है।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि इसके साथ ही 15 जिलों के अधिकारी भी अपने क्षेत्र की बिजली समस्याओं/शिकायतों का समय पर और उचित तरीके से समाधान कराते है। इसी कारण सीएम हेल्प लाइन 181 के मापदंडों के अनुसार शिकायतों के समाधान में पिछले 7 माह से कंपनी की स्थिति में सतत सुधार आ रहा है। पहले कुछ जिले बी में थे, अब सभी पंद्रह जिले ए में है, साथ ही प्रथम स्थान पर आने वाले जिले भी सतत मप्रपक्षेविविकं के अधीन ही होते है। तोमर ने बताया कि ताजा जारी सूची में शाजापुर, इंदौर, आगर, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, देवास, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, उज्जैन जिलों के ए श्रेणी में आने का सौभाग्य मप्रपक्षेविविकं को ही मिला है।

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मध्यप्रदेश की तीनों कंपनियों में सिर्फ पश्चिम क्षेत्र के ही शत प्रतिशत जिले ए ग्रेड में है। तोमर ने बताया कि इसका श्रेय सभी कर्मचारियों, अधिकारियों को जाता है। तोमर ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण बिजली वितरण, उपभोक्ता सेवा, समय पर उपभोक्ता की शिकायतों के समाधान के लिए बिजली कंपनी और प्रत्येक कर्मचारी, अधिकारी प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने सभी जिलों से उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर सतत ए ग्रेड में बने रहने का आह्वान भी किया है।