राहुल गांधी का हिमाचल प्रदेश चुनाव से दूर रहने की वजह से भारत जोड़ो यात्रा पर उठ रहे ही कई सवाल, 20 नवंबर को MP में करेंगी प्रवेश

Share on:

इंदौर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पार्टी सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर प्रदेश कांग्रेस विगत एक माह से यात्रा का ढिंढोरा पिट रही है , लेकिन अभी तक पार्टी यात्रा का रूट फाइनल नही कर पा रही है। इससे साफ संकेत मिल रहे है कि पार्टी में सब कुछ अच्छा नही चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस के अनुसार 20 नवम्बर को राहुल की यात्रा बुरहानपुर जिले में प्रवेश करेगी। य्यात्रा प्रारम्भ होने दो दिन बाद ही यात्रा पर ब्रेक लग जाएगा।

राहुल गांधी 22 नवंबर को गुजरात में चुनाव प्रचार करेंगे। हालांकि पार्टी हाईकमान की तरफ से राहुल की मप्र यात्रा और गुजरात चुनाव प्रचार को लेकर कुछ भी फाइनल नही हुआ है। पार्टी के नेताओं की तरफ से ऐसी संभावना भी व्यक्त जा रही है कि अगर राहुल गुजरात दौरे पर गए ऐसी स्थिति में इंदौर की यात्रा का समय कम करना पड़ सकता है । फिर से प्रदेश कांग्रेस के सामने रूट को लेकर समस्या खड़ी हो गई।

मप्र यात्रा प्रारम्भ होते ही राहुल 22 को गुजरात दौरे पर चले जाएंगे

राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में ब्रेक के दौरान गुजरात का दौरा करेंगे। गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। . कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर में 3570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है. 20 नवंबर को यात्रा मध्यप्रदेश पहुंचेगी। इसके बाद वे यात्रा को ब्रेक देकर 22 नवंबर को गुजरात में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। गुजरात से वापस लौट कर फिर से यात्रा प्रारम्भ करेंगे। हालांकि राहुल गुजरात मे कितने दिन रहेंगे अभी कुछ भी तय नही है।

आखिर कांग्रेस राहुल की यात्रा का रूट फाइनल क्यो नही कर पा रही है

विगत एक माह से प्रदेश कांग्रेस राहुल गांधी की मप्र यात्रा की व्यवस्था के जुटी हुई है , लेकिन अभी तक कांग्रेस राहुल का इंदौर समेत अन्य जिलों के रूट को अंतिम रूप दे पाया है। ऐसा लगता है कि पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी कही न कही उलझी हुई है। अब कांग्रेस को रूट फाइनल करने में फिर परेशानी आएगी। गुजरात से वापस कब लोटेंगे ये तय नही है। गुजरात से लौटने के बाद ही रूट फाइनल हो सकेगा।

यात्रा छोड़कर प्रचार के लिए राहुल को क्यो जाना पड़ रहा है गुजरात

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार से परहेज करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अचानक गुजरात में चुनाव प्रचार के क्यो जाना पड़ रहा है ..। वे मप्र की यात्रा छोड़कर गुजरात जाएंगे। इससे साफ लगता है कि गुजरात मे कांग्रेस की स्थिति ठीक नही है, क्योकि राहुल ऐसे समय गुजरात दौरे पर जा रहे है जब उनकी भारत जोड़ो यात्रा पुरी तरह से चरम पर है।

गुजरात के कारण मप्र यात्रा की अवधि ओर कम हो सकती है

वैसे राहुल गांधी की 13 दिवसीय यात्रा प्रारंभ होने अभी 11 दिन शेष बचे हुए है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की निगरानी में राहुल की मप्र यात्रा की तैयारियां चल रही है। इस व्यवस्था में कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह , सज्जन सिंह वर्मा समेत प्रदेश के सारे नेता जुटे हुए है। गुजरात का दौरा बीच मे आने से राहुल की मप्र यात्रा की अवधि कम हो सकती है। इंदौर में भी ज्यादा समय नही रुक सकेगी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के हाल ही के इंदौर प्रवास के दौरान उपजे विवाद के बाद अब यह आशंका जताई जा रही है कि भारत जोड़ों यात्रा पर निकले राहुल गांधी के इन्दौर प्रवास के समय उसी खालसा कॉलेज में जाने की योजना है, ऐसे में कहीं राहुल को भी कहीं उसी तरह के आरोपों को लेकर विरोध का सामना करना पड़ सकता है। जानकारों की मानें तो राहुल गांधी को तो और भी ज्यादा तीखे विरोध का सामना करना पड़ सकता है। सामान्य रूप से भी सिख समुदाय को भाजपा समर्थक माना जाता है, ऊपर से स्थानीय भाजपा नेता भी इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे ।

मप्र यात्रा प्रारम्भ होते ही राहुल 22 को गुजरात दौरे पर चले जाएंगे

राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में ब्रेक के दौरान गुजरात का दौरा करेंगे। गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। . कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर में 3570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है. 20 नवंबर को यात्रा मध्यप्रदेश पहुंचेगी। इसके बाद वे यात्रा को ब्रेक देकर 22 नवंबर को गुजरात में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। गुजरात से वापस लौट कर फिर से यात्रा प्रारम्भ करेंगे। हालांकि राहुल गुजरात मे कितने दिन रहेंगे अभी कुछ भी तय नही है।

आखिर कांग्रेस राहुल की यात्रा का रूट फाइनल क्यो नही कर पा रही है

विगत एक माह से प्रदेश कांग्रेस राहुल गांधी की मप्र यात्रा की व्यवस्था के जुटी हुई है , लेकिन अभी तक कांग्रेस राहुल का इंदौर समेत अन्य जिलों के रूट को अंतिम रूप दे पाया है। ऐसा लगता है कि पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी कही न कही उलझी हुई है। अब कांग्रेस को रूट फाइनल करने में फिर परेशानी आएगी। गुजरात से वापस कब लोटेंगे ये तय नही है। गुजरात से लौटने के बाद ही रूट फाइनल हो सकेगा।

यात्रा छोड़कर प्रचार के लिए राहुल को क्यो जाना पड़ रहा है गुजरात

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार से परहेज करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अचानक गुजरात में चुनाव प्रचार के क्यो जाना पड़ रहा है ..। वे मप्र की यात्रा छोड़कर गुजरात जाएंगे। इससे साफ लगता है कि गुजरात मे कांग्रेस की स्थिति ठीक नही है, क्योकि राहुल ऐसे समय गुजरात दौरे पर जा रहे है जब उनकी भारत जोड़ो यात्रा पुरी तरह से चरम पर है।

गुजरात के कारण मप्र यात्रा की अवधि ओर कम हो सकती है

वैसे राहुल गांधी की 13 दिवसीय यात्रा प्रारंभ होने अभी 11 दिन शेष बचे हुए है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की निगरानी में राहुल की मप्र यात्रा की तैयारियां चल रही है। इस व्यवस्था में कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह , सज्जन सिंह वर्मा समेत प्रदेश के सारे नेता जुटे हुए है। गुजरात का दौरा बीच मे आने से राहुल की मप्र यात्रा की अवधि कम हो सकती है। इंदौर में भी ज्यादा समय नही रुक सकेगी।

खालसा कालेज का दौरा भी विवादों में पड़ सकता है

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के हाल ही के इंदौर प्रवास के दौरान उपजे विवाद के बाद अब यह आशंका जताई जा रही है कि भारत जोड़ों यात्रा पर निकले राहुल गांधी के इन्दौर प्रवास के समय उसी खालसा कॉलेज में जाने की योजना है, ऐसे में कहीं राहुल को भी कहीं उसी तरह के आरोपों को लेकर विरोध का सामना करना पड़ सकता है। जानकारों की मानें तो राहुल गांधी को तो और भी ज्यादा तीखे विरोध का सामना करना पड़ सकता है। सामान्य रूप से भी सिख समुदाय को भाजपा समर्थक माना जाता है, ऊपर से स्थानीय भाजपा नेता भी इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे ।