इंदौर. सीए की फील्ड में पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा बदलाव आए हैं और सबसे बड़ा बदलाव डिजिटलाइजेशन की वजह से हुआ है। हर फील्ड की तरह चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की फिल्ड में भी सारी चीजें ऑनलाइन हो गई है। इस प्रोफेशन में कार्य करने वालों में इसको लेकर जागरूकता और इसे एक्सेप्ट करने की सोच बेहद जरूरी है क्योंकि बदलाव तो जिंदगी के हर क्षण में आना तय है। हमें इससे परेशान नहीं होना है बल्कि हमें तो इसके साथ चलना है। यह नियम है कि जो बदलाव के साथ चलेगा वही टिकाऊ भी रहेगा। वर्तमान समय में पढ़ा लिखा वह नहीं है जिसे सिर्फ किताबी ज्ञान हो, बल्कि पढ़ा लिखा वह है जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से अपडेट है। आजकल सारी चीजें फैसलेस हो गई है लेकिन जब बेहतर रिटन सबमिशन हो तो इस चीज़ से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। तर्कसंगत रूप से अपनी बात रखिए इस बीच भी अगर कुछ एडिशन हो जाए तो अपील की फोरम मौजूद हैं। यह बात शहर के प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट सत्यनारायण गोयल ने अपने साक्षात्कार के दौरान कही। वह शहर में सीए एसएन गोयल के नाम से प्रसिद्ध है। साथ ही वह अग्रसेन महासभा के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सवाल. सत्यनारायण गोयल एंड कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की शुरुआत कैसे हुई
जवाब. 1990 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने सत्यनारायण गोयल एंड कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की शुरुआत की। वही मैंने उस दौरान एक नया काम शुरू किया था जिसमें मैं फर्म रजिस्ट्रेशन, सोसायटी रजिस्ट्रेशन, एनजीओ रजिस्ट्रेशन कि फील्ड में कार्य करता था। इस कार्य की बदौलत मेरा पब्लिक रिलेशन बहुत मजबूत हो गया और क्लाइंट की फेहरिस्त लंबी हो गई। यह काम उस समय बहुत कम लोग करते थे। आगे चलकर वही लोग मेरे पास ऑडिट, इनकम टैक्स और अन्य प्रकार की सेवाओं के लिए आए। हमारी फर्म 8 चार्टर्ड अकाउंटेंट की फर्म है। जहां पर जीएसटी, डीआईएस, इनकम टैक्स, प्रोजेक्ट, फाइनेंस, बैंकिंग संबंधित, रियल स्टेट संबंधित और अन्य प्रकार की सेवाएं दी जाती है।
सवाल. सामाजिक कार्य को कैसे देखते हैं
जवाब. मैं शुरू से ही सामाजिक संस्थाओं से जुड़ा रहा और संस्थाओं के लिए इनकम टैक्स छूट और अन्य प्रकार सुविधाओं में मदद की। मैं हमेशा से ही अपने कार्य में इमानदारी को तरजीह देता हूं मैं अपने कार्य में ईमानदारी के बलबूते इस मुकाम पर पहुंचा हूं। साथ ही में अपने अग्रवाल समाज के हर कार्य में मैं अग्रणी रहा वही समय-समय पर समाज के लोगों का मार्गदर्शन और सहयोग मुझे मिलता रहा।
सवाल. चार्टर्ड अकाउंटेंट्स प्रोफेशन आपकी नजर में क्या है
जवाब. चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रोफेशन तो भगवान का एक तरह से वरदान है। हमारे पास कई लोग आते हैं जिनकी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए उन्हें कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ता है ऐसे में हमारे द्वारा उनकी एक बेहतर फाइल तैयार कर सही तरीके से प्रस्तुत करने के बाद उनको फाइनेंसियल समस्या से निपटने में काफी मदद मिलती है। जिस प्रकार किसान, इंजीनियर, बैंकर, व्यापारी और अन्य प्रोफेशन के लोग समाज हित में अपना कॉन्ट्रिब्यूशन दे रहे हैं उसी प्रकार सीए जनता और सरकार के बीच एक कड़ी का कार्य करता है। कई लोग सीए प्रोफेशन को बहुत ज्यादा कठिन समझते हैं लेकिन मेरा ऐसा मानना है कि दुनिया में कोई भी चीज कठिन और कोई भी चीज सरल नहीं है। यह तो हमारे सोचने पर निर्भर करता है कि हम उस चीज़ को किस तरह लेते हैं।
सवाल. सीए प्रोफेशन के साथ इस क्षेत्र की राजनीति में कैसे कदम रखा
जवाब. कुछ समय बाद सीए इंस्टीट्यूट से जुड़ा और वहां की राजनीति में कदम रखा। मैं 1993 में आईसीएआई इंदौर ब्रांच का प्रेसिडेंट भी चुना गया। वही टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन मैं भी मैं दो बार अध्यक्ष पद पर चुना गया। वही इन संस्थाओं में सेक्रेटरी, ट्रेजरार, वाइस प्रेसिडेंट और अन्य पदों पर अपनी सेवाएं दी। मैंने हमेशा से ही एकेडमी के अलावा मेंबर के बीच सामाजिक जुड़ाव को भी बहुत ज्यादा बल दिया। मेरे सामाजिक कार्य को देखते हुए मुझे वर्तमान में अग्रसेन महासभा में वाइस प्रेसिडेंट के रूप में चुना गया है। साथ ही में अग्रसेन महासभा में सेक्रेटरी और अन्य पदों पर सेवाएं दे चुका हूं। मैंने सामाजिक रूप से कई बड़े आयोजन भी किए हैं जिसमें कवि सम्मेलन, होली मिलन और अन्य प्रकार के आयोजन शामिल है।
सवाल. समाज सेवा और अपने प्रोफेशन में कार्य के अलावा आप और किस चीज में रुचि रखते हैं
जवाब. समाज सेवा, सीए प्रोफेशन में अपनी सेवाएं देने के साथ साथ मेरी रुची साहित्य में बहुत ज्यादा है। मुझे कविताएं लिखने और पढ़ने का बहुत ज्यादा शौक है। हिंदी साहित्य से मेरा व्यक्तिगत प्रेम है।देश के सभी वरिष्ठ और नामी कवि से मेरा सीधा संपर्क है। मैंने कुछ समय पहले अभय प्रशाल में बड़ा कवि सम्मेलन आयोजित किया था जिसमें देश दुनिया के कई बड़े प्रतिष्ठित कवियों ने हिस्सा लिया था। मैंने भी कई कविताएं लिखी हैं। जल्द ही मैं अपनी कविताओं की एक श्रंखला को किताब का रूप देकर उसे लॉन्च करने वाला हूं।
सवाल. आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा और उसके बाद सीए की शिक्षा कहां से प्राप्त की
जवाब. मैं मूल रूप से बड़वानी जिले के अंजड़ से हूं। जहां से मैंने हायर सेकेंडरी की शिक्षा हासिल की। उसके बाद बड़वानी गवर्नमेंट कॉलेज से बीकॉम मैं ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल की। मैं विक्रम यूनिवर्सिटी में मेरिट होल्डर रहा हूं। मेरी शिक्षा को देखते हुए कॉलेज के प्रोफेसर ने मुझे सीए फील्ड के बारे में बताया। उसके बाद में 1982 में सीए के लिए इंदौर आ गया। उस समय सीए के लिए कोचिंग क्लासेस उपलब्ध नहीं थी। यहां आने के बाद इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) की इंदौर ब्रांच में विजिट किया और एडमिशन के साथ अन्य प्रक्रिया पूरी की। उसके बाद केशव अग्रवाल एंड कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट ग्वालियर की ब्रांच इंदौर में थी वहां पर मैने ज्वाइन किया और 3 साल की ट्रेनिंग हासिल की। साथ ही 3 साल का इंटरमीडिएट का कोर्स किया। साथ ही मैंने शहर में सीए एससी गुप्ता सर के साथ एम्प्लॉय के रूप में कार्य किया। सीए की परीक्षाओं में लगातार सफलता मिलती रही और में 1990 में पास आउट हो गया। इसी के साथ सीए की पढ़ाई के दौरान इंदौर क्रिश्चियन कॉलेज से 1985 में मैने लॉ की शिक्षा भी प्रथम श्रेणी में हासिल की। मैंने सीए परीक्षा पास करने के बाद 1990 में मैंने सत्यनारायण गोयल एंड कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स नामक अपनी फर्म स्टार्ट की।