360 किलो वजन वाला DS-SAR सैटेलाइट, जो दिन-रात लेगा हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें, जानिए इसकी खासियत

ashish_ghamasan
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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को आज एक बाद फिर बड़ी सफलता मिली है। ISRO ने रविवार सुबह सिंगापुर के डीएस-सार उपग्रह सहित 7 उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। एक साथ 7 सैटेलाइट को लॉन्च कर ISRO ने इतिहास रच दिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के श्रीहरिकोटा केंद्र से PSLV-C56 का प्रक्षेपण किया गया है।

भेजे गए सात सैटेलाइटों में सबसे अहम 360 किलो का DS-SAR सैटेलाइट है, जो हर मौसम में दिन-रात हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें लेगा। यह उपग्रह सिंथेटिक अपर्चर रडार (सार) उपकरण से युक्त है। DS-SAR सैटेलाइट DSTA और ST इंजीनियरिंग, सिंगापुर के बीच साझेदारी के तहत विकसित किया गया है।

इसरो ने श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से सिंगापुर के 7 सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं। चंद्रयान-3 के बाद यह इसरो का दूसरा बड़ा मिशन है। पीएसएली सी-56 के जरिए एक स्वदेशी और 6 सिंगापुर सैटेलाइट लॉन्च किए गए हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, इसी महीने इसरो ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। इन सैटेलाइट का प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया।

इसरो ने घोषणा की कि मिशन सफल रहा है और सिंगापुर के ये सात उपग्रह सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में स्थापित हो गए हैं। सैटेलाइट को निर्धारित कक्षाओं में सफलतापूर्वक स्थापित करने पर इसरो ने ट्वीट किया। सात सैटेलाइट लॉन्चिंग के साथ भारत-सिंगापुर की अंतरिक्ष साझेदारी एक और मील का पत्थर साबित हुई है। पीएसएलवी रॉकेट को इसरो का वर्कहॉर्स कहा जाता है। पीएसएलवी-सी56 न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड का मिशन है, जो इसरो की कॉमर्शियल ब्रांच है।