माधव महाविद्यालय में अगले शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों के लिये ड्रेसकोड लागू

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उज्जैन : उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव की अध्यक्षता में श्री राम जनार्दन मन्दिर के समीप शासकीय माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के सभाकक्ष में माधव कॉलेज, संस्कृत महाविद्यालय तथा शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालयों की संयुक्त रूप से जन-भागीदारी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन, कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रोफेसर उपस्थित थे। समिति ने निर्णय लिया कि माधव महाविद्यालय में अगले शैक्षणिक सत्र 2021-22 से विद्यार्थियों के लिये ड्रेसकोड अनिवार्य रूप से लागू किया जायेगा।

समिति में ड्रेसकोड के लिये प्राचार्य एवं प्रोफेसरों को निर्देश दिये हैं कि वे ड्रेसकोड का चयन करें। माधव महाविद्यालय में सोमवार 15 मार्च से महाविद्यालय में प्रवेश करने पर परिचय-पत्र दिखाना होगा। इसका कड़ाई से पालन कराया जायेगा। महाविद्यालय के विद्यार्थियों को परिचय-पत्र वितरित कर दिये गये हैं। किन्हीं कारणवश जिन विद्यार्थियों को परिचय-पत्र उपलब्ध नहीं हो पाये हैं, वे अपने क्लास के शिक्षक से प्राप्त कर सकते हैं।

माधव कॉलेज में विज्ञान भवन का निर्माण होगा
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने जन-भागीदारी समिति की बैठक में निर्देश दिये हैं कि माधव महाविद्यालय में विज्ञान की कक्षाओं के लिये नवीन शिक्षा भवन का निर्माण किया जाये। खाकचौक से सीधे कॉलेज भवन तक नया मार्ग बनाया जायेगा। इसके लिये भूमि मालिक को मुआवजा महाविद्यालय की जन-भागीदारी मद से दिये जाने के निर्देश दिये हैं। बैठक में विधायक श्री पारस जैन ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये। बैठक में निर्णय लिया गया कि कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों को परिचय-पत्र से ही प्रवेश दिया जायेगा।

महाविद्यालय में तोड़फोड़ करने पर सम्बन्धित विद्यार्थियों से वसूली होगी
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव एवं विधायक श्री पारस जैन ने जन-भागीदारी समिति में निर्णय लिया कि माधव महाविद्यालय में तोड़-फोड़ करने वाले विद्यार्थियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। महाविद्यालय भवन में तोड़-फोड़ की हानि की वसूली सम्बन्धित विद्यार्थियों से की जाकर उन पर नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की स्वीकृति
जन-भागीदारी समिति ने नवीन पाठ्यक्रम बीएफए, एमएफए प्रारम्भ करने की स्वीकृति प्रदान की।

शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय के गांधी हॉल को किराये से दिया जायेगा
बैठक में निर्णय लिया गया कि पुराने माधव कॉलेज और वर्तमान में शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय में गांधी हॉल का जीर्णोद्धार कर महाविद्यालय के विकास हेतु उसे शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों के लिये किराये से दिया जायेगा। शासकीय अवकाश एवं अतिआवश्यक होने पर महाविद्यालय का शैक्षणिक सत्र बन्द होने के बाद शाम को किराये से दिया जायेगा। सर्वानुमति ने समिति ने निर्णय लिया कि जिस किसी को भी उक्त गतिविधियों के लिये दो हजार रुपये का किराया वसूला जायेगा। वसूले गये किराये से महाविद्यालय के विकास के कार्यों में लगाया जायेगा। बैठक में समिति ने निर्णय लिया कि शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय होने के कारण अब महाविद्यालय के परिसर में खेलकूद के लिये लड़कों का प्रतिबंध रहेगा।

महाविद्यालयों से निकले विद्यार्थियों का सम्मेलन कराया जाये
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव एवं विधायक श्री पारस जैन ने जन-भागीदारी समिति के सर्वानुमति से निर्णय लिया कि महाविद्यालयों से निकले विद्यार्थी अन्य विभागों में शासकीय सेवा में हैं और अन्य व्यवसायों में लिप्त हैं, ऐसे सीनियर विद्यार्थियों को आमंत्रित कर सम्मेलन आयोजित किया जाये। जन-भागीदारी समिति एवं महाविद्यालय के पदाधिकारी ऐसे विद्यार्थियों से महाविद्यालय के विकास हेतु आग्रह भी किया जा सकता है। ऐसे विद्यार्थी स्वयं आगे आकर विकास के कार्य में अपनी सहभागिता भी कर सकते हैं।

जन-भागीदारी समिति में माधव महाविद्यालय, संस्कृत महाविद्यालय एवं शासकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्यों ने अपने-अपने महाविद्यालयों का बजट प्रस्तुत किया। इस अवसर पर माधव महाविद्यालय के प्राचार्य श्री जेएल बरमैया, संस्कृत महाविद्यालय के अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ.आरसी जाटवा, शासकीय कालिदास कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.महेश शर्मा एवं महाविद्यालयों के प्रोफेसरगण उपस्थित थे।

बैठक के अन्त में महाविद्यालयों के परिवार की ओर से अतिथियों का सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति से विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिये कि वे पूरी क्षमता के साथ विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की पढ़ाई का काम करें। महाविद्यालयों का मास्टर प्लान भी होना चाहिये। जिन महाविद्यालयों में अच्छे कोर्स और अच्छी पढ़ाई होगी तो कहीं से भी छात्र विद्याध्ययन के लिये आ सकेंगे।

उन्होंने प्राचीन नगरी उज्जयिनी की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण अन्य स्थान पर विद्याध्ययन करने न जाते हुए उनके परिजन ने उज्जयिनी का चयन कर विद्याध्ययन के लिये भेजा और वे यहां से चौंसठ कला एवं अन्य विधाओं का अध्ययन कर पारंगत हुए। इसी तरह महाविद्यालयों में उच्च शिक्षा का स्तर ठीक ढंग से होगा तो निश्चित ही बाहर के विद्यार्थी उज्जैन में अध्ययन के लिये आयेंगे।

इस अवसर पर विधायक श्री पारस जैन ने कहा कि जिस महाविद्यालय के प्राचार्य सशक्त होंगे, वहां पर अनुशासन बेहतर ढंग से होगा। महाविद्यालय की गुणवत्ता बनी रहे और उन्होंने तीनों शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों से कहा कि वे अपने-अपने महाविद्यालय के विकास एवं शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये जो चाहे वह उच्च शिक्षा मंत्री से पूर्ति करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर ठीक हो और छात्र भविष्य में याद रखें कि मैंने फलां महाविद्यालय से पढ़ाई की है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने इस सम्बन्ध में कहा कि हाल ही में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का स्थान परिवर्तन हुआ है तो निश्चित ही कुछ न कुछ कठिनाई जरूर होगी, परन्तु संस्था के पदाधिकारी निराश न हों, सरकार और प्रशासन हरदम उनके साथ है। महाविद्यालयों में जब कभी भी कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होगी तो निश्चित ही जिला प्रशासन मुस्तैदी से उसका सामना करेगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस व होमगार्ड के जवानों को तैनात किया जायेगा।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण माधव महाविद्यालय के प्राचार्य श्री बरमैया ने दिया और जन-भागीदारी समिति के सदस्यों एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव को आश्वस्त किया कि महाविद्यालय दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन कर महाविद्यालय का विकास कर अग्रसर होगा और विकास की गाथा गढ़ता चला जायेगा। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रो.डॉ.जफर मेहमूद ने व्यक्त किया।