DRDO ने किया एक और सफल परीक्षण, दुश्मनों के उड़ेंगे होश

Akanksha
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नई दिल्ली। भारत ने आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और सफल परीक्षण किया है। जिससे भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आपको बता दें कि, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने आज (शुक्रवार) दोपहर 11.45 मिनट पर बालासोर में ओडिशा के तट पर आकाश-एनजी (Akash-NG) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। आकाश-एनजी यानी आकाश न्यू जेनरेशन मिसाइल। आकाश-एनजी, वायु रक्षा प्रणाली की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। साथ ही गर्व की बात तो यह है कि, 30 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली हवाई रक्षा मिसाइल प्रणाली का पिछले दो दिनों में यह दूसरा परीक्षण है।

आकाश-एनजी जमीन से हवा में मार करना वाली मिसाइल है। इसे भारतीय वायुसेना के लिए बनाया गया है। आपको बता दें कि, आकाश-एनजी मिसाइल को बनाने की अनुमति तो साल 2016 में ही मिल गई थी जिसके बाद अब इसका सफल परिक्षण हो गया है। वहीं इस मिसाइल में डुअल पल्स सॉलिड रॉकेट मोटर है, जो इसकी गति को बढ़ाता है। इसकी रेंज की बात की जाए तो यह 40 से 80 किलोमीटर की रेंज वाली मिसाइल है। इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे मल्टी फंक्शन राडार (MFR) लगा है जो एकसाथ कई दुश्मन मिसाइलों या विमानों को स्कैन कर सकता है।

आकाश-एनजी (Akash-NG) मिसाइल का कुल वजन 720 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 19 फीट और व्यास 1.16 फीट है। इसके अलावा ये अपने साथ 60 किलो का हथियार अपने साथ ले जा सकता है। हालांकि फिलहाल भारत में इसके तीन वैरिएंट मौजूद हैं- पहला आकाश एमके- इसकी रेंज 30KM है. दूसरा आकाश एमके.2 – इसकी रेंज 40KM है. तीसरा आकाश-एनजी – इसकी रेंज 80KM है।