नई दिल्ली : दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर विवेक राय ने देर रात आत्महत्या की। जानकारी के मुताबिक सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा- वह कोरोना मरीजों की जान नहीं बचा पा रहे। आत्महत्या करने वाले डॉक्टर के बारे में बताया जा रहा है – वो करीब रोज 7 से 8 कोरोना मरीजों का CPR और ACLS कर रहे थे जिसमें से ज्यादातर की मौत हो रही थी जिसके चलते वो डिप्रेशन का शिकार हो गए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना की जानकरी मिलते ही दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची, जहां डॉक्टर विवेक राय ने पंखे से लटकी हुई लाश मिली थी साथ ही पुलिस टीम को मौके एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें किसी पर कोई आरोप नही लगाये हैं। डॉक्टर राय के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया है।बताया जा रहा है कि डॉ विवेक राय फर्स्ट इयर रेजीडेंट डॉक्टर थे, अभी हाल में उनकी शादी हुई थी। वह गोरखपुर के रहने वाले थे। उनकी 2 माह की गर्भवती पत्नी है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में बताया गया कि सुसाइड नोट में उसके परिवार और दोस्तों को संबोधित किया गया है, जिसमें मृतक ने अपने सभी परिचित लोगों के लिए शुभकामनाएं दी हैं। आत्महत्या का कोई कारण नहीं बताया गया है। फिलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है।
“कुछ बेशर्म कातिल अब तक चिपके हैं कुर्सी से
एक जमीरवाला छोड़ गया दुनिया अपनी मर्जी से”…✍️मणि
दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल के डॉ. विवेक राय ने मरीजों को ऑक्सिजन की कमी से मरता देख कर ली आत्महत्या।
सुसाइड नोट में कहा ” मरीजों को नहीं बचा पा रहा, इसलिये कर रहा हूँ आत्महत्या”।
गलत किया डॉक्टर साहब …बहुत गलत किया सिस्टम की गलती की सज़ा खुदको देकर 😔
विनम्र श्रद्धांजलि, शत शत नमन आपको 💐