Indore News : “विश्व हिंदी दिवस पर डॉ. झालानी का सम्मान”

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जिस युग में कबीर,जायसी,सूर, तुलसी जैसे प्रसिद्ध कवियों और महात्माओं की वाणी उनके अन्तःकरण से निकलकर देश के कोने-कोने में फैली थी,निश्चय ही वह हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग था।हिन्दी एक ऐसी भाषा है जो भाव एवं कला दोनों पक्षों में सभ्यता-संस्कृति के तत्वों का उचित समावेश करती है।इसलिए हिन्दी का शब्द ज्ञान ब्रह्म रूप ही माना गया है।

भारत के विकास में हिन्दी का योगदान अति महत्वपूर्ण है, हिन्दी भाषा ही राष्ट्र को विश्व गुरु बनाने का एकमात्र साधन है।उक्त विचार विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में म.प्र. हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य एवं आर पी एल माहेश्वरी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजीव कुमार झालानी ने व्यक्त किये। साथ ही डॉ. झालानी ने कहा कि भाषा विचारोत्पत्ति की जन्मदात्री है जो व्यक्ति को सृजनता प्रदान करती है एवं सृजनता अच्छे समाज का निर्माण करती है और समाज की अच्छी सोच ही किसी भी देश के सर्वांगीण विकास का मूलभूत आधार होती है।

संस्था सार्थक सृजन द्वारा आयोजित कार्यक्रम “हिन्दी-दिवस सम्मान समारोह” में डॉ. राजीव कुमार झालानी सदस्य, म.प्र. हिंदी ग्रंथ अकादमी- भोपाल व प्राचार्य आर पी एल माहेश्वरी कॉलेज, इंदौर का स्वागत एवं सम्मान संस्था सचिव अर्निका काबरा, सदस्य-अंजू वर्मा,जूही गुरबानी, फरहीन खान,सी एस विभा मानधन्या एवं श्रीमती लीना जोग द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी भाषा की प्रख्यात विदुषी डॉ. राजश्री नरवणे ने की। कार्यक्रम का संचालन दीपाली पंचारिया ने किया एवं आभार सचिव अर्निका काबरा ने व्यक्त किया।