इंदौर : मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के 10 हजार से ज्यादा डॅाक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। जिसका असर भोपाल और इंदौर समेत प्रदेश के 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दिखाई दिया। प्रदेशव्यापी हड़ताल यदि लंबी चलती है तो मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। संगठनों ने इमरजेंसी सेवा, पोस्टमार्टम भी नहीं करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने प्राइवेट अस्पताल से स्टाफ के बारे में जानकारी मांगी थी। इंदौर प्रशासन के सभी अधिकारियों की टीम मरीजों की सहूलियत के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने में जुटा रहा। इंडेक्स अस्पताल से इंदौर प्रशासन की मदद के लिए सुबह ही 40 से अधिक डॅाक्टरों की टीम पहुंच गई।
नेशनल मेडिकल कमीशन एन एमसी की टीम के दौरे पर आए डॅाक्टरों की टीम ने इंडेक्स अस्पताल के डॅाक्टरों की अनुपस्थिति दर्ज कर दी। टीम ने इसके बाद अन्य इंडेक्स के डॉक्टरो को एम वाय एच अस्पताल जाने से मना कर दिया था। एन एम सी टीम जाने के बाद प्रशासन के सहयोग के लिए इंडेक्स अस्पताल ने अपने डॅाक्टरों की टीम को पहुंचाया। डॅाक्टरों ने एमवाय अस्पताल,पीसी सेठी अस्पताल के इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी देर रात तक निभाई।
रात को इंडेक्स मेडिकल कॅालेज हॅास्पिटल के डॅाक्टरों की टीम ने देर रात वैकल्पिक व्यवस्था के तहत स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी निभाई। इस दौरान हड़ताल खत्म होने के बाद भी देर रात तक सभी डॅाक्टर एमवाय अस्पताल में अपनी सेवाएं देते रहे है। सुबह एमवाय अस्पताल के डॅाक्टरों के आने पर स्थिति सामान्य हुई।
इसी के साथ एमवाय अस्पताल और पीसी सेठी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से जारी रखा गया। इसके लिए देर रात को सीएचएमओ डॅा.बीएस सैत्या,एमवाय अस्पताल अधीक्षक डॅा.पीएस ठाकुर,इंडेक्स अस्पताल के अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव,कार्डिनेटर डॅा.दीप्ति सिंह हाड़ा,डॅा,सुधीर मौर्या सहित सभी पीजी डॅाक्टरों की टीम एमवाय अस्पताल में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में जुटी रही है।एमवाय अस्पताल और पीसी सेठी अस्पताल प्रबंधन ने दूसरी बार हड़ताल के दौरान द्वारा इंडेक्स हॅास्पिटल द्वारा सहयोग के लिए इंडेक्स समूह चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया और सभी डॅाक्टरों की टीम का आभार माना।