जेल भेजना बिना कोई क्राइम, युवाओं की मानसिकता पर फर्क पड़ेगा। जिसने कभी कोई गुनाह ना किया उसे आप मास्क नहीं लगाने पर जेल भेज देंगे उसकी मानसिकता पर कितना गलत असर आएगा। आप कल्पना कीजिए वह भी जीवन जीना चाहता है वह भी इस देश का हिस्सा है इस समाज का हिस्सा है और खाली मास्क नही लगाने की गलती वह अकेला नहीं कर रहा है वह उन बड़े लोगों को देखता है जो कोरोना प्रोटोकॉल का बिल्कुल पालन नहीं कर रहे हैं.
जिसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राष्ट्र के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और कितने ही बड़े बड़े नेता है जिनकी चुनावी में सभा देखो हजारों, लाखों लोगों की भीड़ होगी उनमें से तो किसी को अपने अंदर नहीं किया। आप प्लीज यह बंद करें इस तरह आप बच्चों की मानसिकता खराब कर देंगे। और उनमें से कोई भी बच्चा क्रिमिनल बन सकता है।
जिस तरह महंगाई दिन प्रतिदिन बढ़ रही है जिस तरह टैक्सेशन की मार जनता पर पड़ती है रोजमर्रा की आवश्यकता है जिस पर बाजार भाव काफी दारोमदार रखता है जैसे ट्रांसपोर्टेशन, पेट्रोल डीजल की मार एक बड़ी महंगाई का कारण है। रसोई गैस के भाव बढ़ना, सब्जियों के दाम बढ़ना, दूध का भाव बढ़ना, हर चीज का भाव बढ़ गया पर यह बताइए कि कमाने का क्या रास्ता है। जिससे कमाई भी बड़े। करोना की महामारी के दौर में लॉकडाउन, कर्फ्यू और तमाम बंदीशो से कमाई कम हुई है। बेरोजगारी बढ़ी है। व्यापार ठंडे हो गए हैं।
अब ऐसे में कोई यदी जिंदा दिखता है तो या तो उसने कर्ज ले रखा है या अपने स्वयं की पूंजी के बल पर जिंदा है। जिनके पास काम नहीं है वह क्रिमिनल माइंड बनेगा। सरकार को अपनी दूरदृष्टि अपनाते हुए इन सब बातों पर कैसे नियंत्रण करा जाए और जनता वापस राहत भाई जिंदगी में आए ऐसा कुछ करना पड़ेगा। आप सिर्फ जनता को डरा कर, पनिशमेंट देकर दबाव ला रहे हैं। चालान बनाना, जेल भेजना यह सब बातों का गलत रिजल्ट आएगा। मानसिक तौर पर सब बिगड़ जाएंगे तब स्थिति संभालना बहुत मुश्किल होगी। कृपया छोटी-छोटी बातों पर जेल भेजना बंद करें।
अशोक मेहता, वास्तु एवं पर्यावरणविद् , इंदौर