घर के मंदिर में भूल कर भी न करे ये गलतियां, मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज, कर देंगी कंगाल

Simran Vaidya
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में मंदिर सदैव ईशान कोणीय या उत्तरी कोणीय होना चाहिए.घर में मंदिर को सही दिशा में बनवाना सबसे जरूरी होता है.घर में मंदिर का होना सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है. और घर की नकरात्मकता को समाप्त करता हैं,अगर पूजा घर में वास्तु दोष उत्पन्न है तो घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगेगी. इसलिए हिन्दू मान्यता के अनुसार पूजा घर की सही दिशा और पूजा घर में भगवान की मूर्तियों और तस्वीरों की सही दिशा का ज्ञान होना बेहद आवश्यक हैं .कहते हैं की अगर घर में बना मंदिर वास्तु के विपरीत हो तो पूजा करते समय मन भी एकाग्रचित नहीं हो पाता और बिना एकाग्रचित से की गई पूजा से कोई लाभ भी नहीं मिलता हैं.

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आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ वास्तु उपायों के बारे में जिन्हें आप अपने पूजा घर के लिए ध्यान में रख सकते हैं

1.ज्योतिष के अनुसार पूजा घर सही दिशा में जरूर होना चाहिए, अगर मंदिर सही दिशा में नहीं होगा तो इससे किसी भी प्रकार का लाभ नहीं होगा. इसलिए पूजा घर हमेशा घर की उत्तर दिशा में ही होना चाहिए.हिन्दू मान्यतओं के अनुसार दक्षिण या पश्चिम दिशा अशुभ फलदाई होती है. वहीं, घर के मंदिर में दो शंख भी एक साथ रखना वर्जित है.

2.वास्तु के मुताबिक, घर के मंदिर में कभी भी खंडित मूर्तियों की स्थापना नहीं करनी चाहिए. ये सबसे ज्यादा अशुभ माना जाता है. इतना ही नहीं अगर आप खंडित मूर्तियों की पूजा करेंगे तो देवता भी आपसे नाराज हो जाएंगे.

3.वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी बेडरूम और बेसमेंट में नहीं होना चाहिए. पूजा घर हमेशा एक खुले स्थान पर बनवाना चाहिए.

4.वास्तु के हिसाब से, घर के मंदिर में एक भगवान की अनेको तस्वीरें भी न रखें. इस बात का विशेष ध्यान भी रखें कि गणेश भगवान की 3 प्रतिमाएं कभी भी एक मंदिर में नहीं होनी चाहिए.ऐसा होने से घर के शुभ कार्यों में अड़चने आती हैं. मूर्ति और तस्वीरों को रखने की सही दिशा का ज्ञान होना भी आवशयक हैं

5. वास्तु शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि मंदिर में हनुमान जी की ज्यादा बड़ी मूर्ति न रखें. मंदिर में हमेशा उनकी मूर्ति छोटी ही होनी चाहिए. इसके साथ ही बजरंगबली की बैठी हुई मूर्ति रखना अच्छा माना जाता है. साथ ही शिवलिंग भी घर के मंदिर में ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए,शिवलिंग का आकार हमेशा हाथ के अंगूठे के बराबर होना चाहिए.

6.वास्तु के मुताबिक मंदिर के आस पास शौचालय भूलकर भी न बनाएं. कई बार लोग घर के रसोईघर में मंदिर बना लेते हैं, परन्तु वास्तु के अनुसार रसोई घर में भी मंदिर नहीं होना चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और मनुष्य को कंगाल कर देती हैं.

7.घर के मंदिर में देवी-देवताओं की हमेशा मुस्कुराती हुई तस्वीर ही लगानी चाहिए, जिससे देवी-देवताओं के उग्र रूप वाली तस्वीरें मंदिर में न रखें. ऐसा करना बेहद ही अशुभ माना गया है.