- कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने दो दिव्यांगों को स्वीकृत किये रेट्रो फिटिंग स्कूटी वाहन
- अन्य जरूरतमंदों को भी दी गई मदद
इंदौर। प्रति मंगलवार की तरह इस मंगलवार भी कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई संपन्न हुई। जनसुनवाई में आज कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी सहित अन्य अधिकारियों ने आवेदकों की समस्याओं का सुना और उनका मानवीय संवेदनाओं के साथ निराकरण किया। जनसुनवाई में आज कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने दिव्यांगजनों को विशेष सौगात दी। उन्होंने दिव्यांगजनों को सशक्त और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने तथा उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिये मकान और रेट्रोफिटिंग स्कूटी वाहन स्वीकृत किये। आज एक दिव्यांग महिला को मकान की सौगात दी गई तो दूसरी ओर दो दिव्यांगों को स्व रोजगार से जोड़ने के लिये स्कूटी वाहन स्वीकृत किये गये।
जनसुनवाई में आज कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के समक्ष मरीमाता चौराहे पर रहने वाली दिव्यांग महिला उषा राठौर पहुंची। उसने बताया कि मेरे पति का निधन लगभग 20-22 साल पहले हो गया है। अगरबत्ती का छोटा व्यापार कर मैं अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही हॅूं। आमदानी अधिक नहीं होती हैं। किराये के मकान में रहती हूँ। किराया भरने में भी बेहद परेशानी आती है। खुद का मकान हो जायेगा तो परेशानी नहीं आयेगी। मेरा एक बेटा है और वह भी नेत्रहीन है। कलेक्टर ने इस महिला की समस्या को गंभीरता से सुना। महिला ने बताया कि मैंने 50 हजार रूपये एकत्र कर लिये हैं।
कलेक्टर ने रेडक्रॉस से डेढ़ लाख रूपये मंजूर किये। उन्होंने नगर निगम द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कनाड़िया में निर्मित लाइट हाउस फ्लेट स्वीकृत करने के निर्देश दिये। इसी तरह उन्होंने दिव्यांग भरत कुमार वर्मा और कमलेश जीनवाल को रेट्रोफिटिंग स्कूटी वाहन स्वीकृत किये। साथ ही एक और दिव्यांग महिला प्रयंका जैन को स्व रोजगार से जोड़ने के लिये सिलाई मशीन हेतु दस हजार रूपये मंजूर किये। साथ ही उन्होंने तत्कालिक जरूरतों की पूर्ति के लिये गंगाबाई को तीन हजार रूपये, बबलीबाई को तीन हजार रूपये, जया बरवा को पांच हजार रूपये तथा बसंती बाई को भी तीन हजार रूपये की मदद स्वीकृत की गई।
साथ ही उन्होंने अन्य आवेदकों की समस्याओं का भी मानवीय संवेदनाओं के साथ निराकरण किया। इसी तरह जनसुनवाई में आज अन्य आवेदकों की पारिवारिक विवाद, सम्पत्ति विवाद, घरेलु हिंसा आदि के मामले भी सुने गये। जनसुनवाई में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना लोवंशी, श्री राजेन्द्र रघुवंशी और श्री रोशन राय सहित अन्य अधिकारियों ने भी आवेदकों की समस्याओं को सुना और यथासंभव निराकरण किया।