संभागायुक्त शर्मा पहुंचे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मरीजों का जाना हाल

Akanksha
Published on:

इंदौर 14 अक्टूबर 2021
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा आज सायंकाल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुँचे। उन्होंने कहा कि सर्व सुविधायुक्त सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लाभ मरीज़ों को मिलना सुनिश्चित होना चाहिए। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधीन विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के शेष कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। इस बाबत उन्होंने बैठक में उपस्थित इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक श्रोत्रिय को निगरानी रखने के लिए कहा। बैठक में डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित, अधीक्षक एमवाय हॉस्पिटल डॉ. पी.एस. ठाकुर, डॉ. ए.डी. भटनागर, डॉ. सुमित शुक्ला सहित अन्य संबंधित चिकित्सक उपस्थित थे।

ALSO READ: सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खेली अलग अंदाज में कबड्डी, विपक्ष ने उठाए सवाल

संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने सुपर स्पेशलिटी में एंजियोग्राफी की सुविधा प्रारंभ करने में आ रही बाधाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह कार्य पूर्व निर्धारित तिथि से प्रारंभ हो जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक नहीं हुआ। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने मौक़े पर ही टेक्नीशियन की भर्ती और अन्य संसाधनों की उपलब्धता संबंधी फ़ाइल तलब की और यहाँ पर यह सुविधा प्रारंभ होने का मार्ग प्रशस्त किया। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने म्यूकर माइकोसिस के मरीज़ों की भी जानकारी ली। अधीक्षक एमवाय हॉस्पिटल द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 22 मरीज़ हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने ओपीडी में आने वाले मरीज़ों की बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह तथ्य संज्ञान में आया है कि एक बार ठीक होकर वापस जाने वाले मरीज़ भी कुछ अन्य जटिलताओं के कारण पुन: हॉस्पिटल आ रहे हैं लेकिन उन्हें भर्ती होने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. शर्मा ने निर्देश दिए कि एमवाय हॉस्पिटल का प्रबंधन इस संदर्भ में ध्यान दें।

संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज में रिक्त चिकित्सा शिक्षा संवर्ग के पदों की पूर्ति के लिए भी तेज़ी से प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शीघ्र विज्ञापन निकाले जाएं और भर्ती की प्रक्रिया तेज की जाए । संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में नियुक्त डॉक्टरों की विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भी मिलना सुनिश्चित हो। इस बाबत डॉक्टरों की रोस्टर अनुसार ड्यूटी भी लगायी जाए।