संभागायुक्त दीपक सिंह ने निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा की

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निर्वाचन की सभी तैयारियां और व्यवस्थाएं निर्वाचन आयोग के नियम और निर्देशों के अनुसार निर्धारित समय पर की जाये

इंदौर 21 मार्च, 2024। संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने आज यहां लोकसभा निर्वाचन की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने सुव्यवस्थित तथा शांतिपूर्ण रूप से लोकसभा चुनाव संपन्न करने के लिए की जा रही तैयारी और अब तक की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस बैठक में पुलिस आयुक्त श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर श्री अमित सिंह सहित निर्वाचन से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने निर्देश दिए की सभी अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का गहनता एवं सूक्ष्मता के साथ अध्ययन करें। वे भारत निर्वाचन आयोग के नियम और निर्देशों के अनुरूप ही चुनाव संपन्न कराये। उन्होंने कहा कि निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को समयबद्ध कार्यक्रम तय कर प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सभी एआरओ एवं उनके अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाये। संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने कहा कि मतदाता सूची को अद्ययतन करने का कार्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित की जाये। जिले के सभी विशिष्टजनों के नाम मतदाता सूची में हो, यह तय किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसे अधिकारी कर्मचारी जो स्थानांतरित होकर आये है उनके नाम भी मतदाता सूची में जुड़ जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी मतदान केन्द्रों पर न्यूनतम मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिये पेयजल, छाया,प्रकाश, पंखे आदि की समुचित व्यवस्था रहे। दिव्यांग मतदाताओं के लिये रेम्प भी हो। संभागायुक्त श्री दीपक सिंह ने सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी भी ली। उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जानकारी भी ली।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष सिंह ने निर्वाचन तैयारियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि जिले में निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है। जिले में पर्याप्त संख्या में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन है। पर्याप्त मानव संसाधन है। वाहनों की उपलब्धता भी पर्याप्त है। कम्यूनिकेशन प्लान बना लिया गया है। शिकायत निवारण के लिये प्रकोष्ठ का गठन कर दिया गया है। इस प्रकोष्ठ में कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। अनुमतियां देने के लिये एकल खिड़की की स्थापना भी कलेक्टर कार्यालय में की गई है।