18 साल में कर दिया बंटाधार, इस बार जनता करेगी आर पार – चरणसिंह सपरा

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इंदौर : सम्मानीय साथियों, नमस्ते। आप सब जानते हैं कि विगत 18 वर्ष से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है और इंदौर में तो 21 वर्ष से निरंतर भाजपा की नगर निगम परिषद् है, और इंदौर को 1 बार नहीं, 6 बार भारत देश का नम्बर 1 शहर होने का गौरव प्राप्त हुआ है, जिसके लिए कांग्रेस पार्टी इंदौर शहर की जनता को हृदय से साधुवाद देती है। प्रदेश के नागरिकों के जनमत के विपरीत सुनियोजित षडयंत्र से भाजपा ने सत्ता हासिल की थी, जो लोकतंत्र का अपमान है।

विगत चुनाव के बाद इंदौर में फर्जी मतदाताओं का बड़ा घोटाला सामने आया, इसमें निर्वाचन आयोग से लेकर उच्च न्यायालय तक कांग्रेस ने हर संभव लड़ाई लड़ी है, परन्तु हर चुनाव में विकास के नाम पर वोट और सत्ता पाने वाली भाजपा आज कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर खुलकर जवाब क्यों नहीं देती है ? इंदौर में निरंतर भाजपा की परिषद् होने के बाद भी इंदौर के लाखों नागरिक आज भी मूल सुविधाओं से वंचित हैं।

इंदौर नगर निगम में व्याप्त 50% कमीशन खोरी और अव्यवस्थित विकास पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरणसिंह सपरा, इंदौर प्रभारी श्री महेंद्र जोशी ,इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा,कार्यवाहक अध्यक्ष विशाल गोलू अग्निहोत्री एवं चुनाव प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं समन्वय समिति के सदस्य अमन बजाज,सच सलूजा,नीलाभ शुक्ला,अमीनुल खान सूरी अमित चौरसिया दिलीप कौशल ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की : भाजपा की इसी वादा खिलाफी और बदनीयती के कारण स्मार्ट सिटी, अमृत प्रोजेक्ट, प्रधानमंत्री आवास योजना, नाला ट्रेपिंग, मास्टर प्लान 2021 में उल्लेखित सड़कें जैसे अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स अधूरे पड़े हैं।

साथियों यह कहने में कतई हर्ज नहीं है कि, इंदौर की सड़कों पर चलना दूभर होता जा रहा है। राजबाड़ा, एमजी रोड, वीआईपी मार्ग, पलासिया, एबी रोड, रिंग रोड, छावनी, आरएनटी मार्ग, सपना- संगीता रोड, एरोड्रम रोड, आस्था टाकिज रोड, पाटनीपुरा, मालवा मिल रोड, नंदानगर मुख्य मार्ग, जवाहर मार्ग, रणजीत हनुमान मंदिर, अन्नपूर्णा रोड और राऊ मेन रोड आदि प्रमुख मार्ग देखें तो ट्राफिक के कारण नागरिकों का बुरा हाल हो जाता है। वहीं इन मार्गों पर प्रदूषण भी मानक स्तर से अधिक मापा गया है। 21 वर्ष से भाजपा द्वारा इन मार्गों के विकास के नाम पर करोड़ों रूपए की धनराशि खर्च करने के बाद भी ट्राफिक का स्थाई हल इंदौर के नागरिकों को नहीं मिला है।

साथियों, इंदौर एक व्यवसायिक राजधानी है, जिसके प्रमुख बाजारों में वाहन खड़े नहीं कर सकते हैं। आने वाले दिनों में दीपावली का महापर्व है, सभी बखूबी जानते हैं कि, इन दिनों में इंदौर में प्रमुख बाजारों को ‘नो-व्हीकल झोन’ घोषित किया जाता रहा है। सम्पूर्ण शहर में पार्किंग की समस्या को भाजपा विगत 21 वर्ष में भी हल नहीं कर पाई है। आपको याद होगा कि, कांग्रेस समर्थित यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने इंदौर को जवाहरलाल नेहरु अर्बन रिन्यूअल मिशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत नागरिकों के लिए बहुमंजिला पार्किंग, राजीव आवास योजना, इंदौर सीवरेज प्रोजेक्ट आदि के लिए हजारों करोड़ रूपए की राशि प्रदान की थी।

यूपीए की सरकार बदलते ही उन योजनाओं को नया नाम देकर थोथी वाहवाही लूटी गई, परन्तु बहुमंजिला पार्किंग महत्वपूर्ण योजना को विफल कर दिया गया, भाजपा द्वारा विगत कई वर्षों से व्यवस्थित पार्किंग के नाम पर इंदौर की जनता के साथ छल किया जा रहा है। नतीजतन, इंदौर के नागरिक मुख्य मार्गों तथा बाजारों में अपनी गाड़ी पार्क नहीं कर सकते हैं।

साथियों, विगत दिनों इंदौर में इंद्र देव की मेहरबानी से अच्छी वर्षा हुई, परन्तु उक्त वर्षा के पानी का जल जमाव सम्पूर्ण इंदौर में देखने को मिला। मैं आपके माध्यम से भाजपा नेताओं तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूँ कि, जिस इंदौर को वह अपने सपनों का शहर बताते हैं, उस इंदौर में मात्र 3 से 4 इंच वर्षा में जलमग्न होना और नागरिकों की दुर्दशा तथा प्रशासन की अव्यवस्था के सपने क्यों नहीं आते हैं ? इंदौर में विगत 21 वर्ष से भाजपा की परिषद् तथा प्रदेश में सरकार होने के बाद भी आज तक स्टॉर्म वाटर लाइन क्यों नहीं डाली गई ?

राष्ट्रीय प्रवक्ता चरणसिंह सपरा ने कहा की इंदौर शहर के भौगोलिक इतिहास में माँ सरस्वती तथा कान्ह नदी के शुद्धिकरण के लिए ड्रेनेज के आउट फाल को रोकने के लिए नाला ट्रेपिंग का कार्य किया गया था, संभाग आयुक्त सहित तमाम अफसरों ने नाले में क्रिकेट खेलकर नाला ट्रेपिंग योजना के सफल होने का जो सन्देश दिया था, उसी स्थान के आस-पास की बस्तियों में पानी कैसे जमा हो गया ? हकीकत तो यह है कि, नाला ट्रेपिंग कार्य में करोड़ों रूपए के भ्रष्टाचार की महक आ रही है, जिसकी जांच शिकायतों के बाद से आज तक शुरू नहीं हुई, अपितु भाजपा सरकार और परिषद् द्वारा मामले कों रफा-दफा करना उनके भ्रष्टाचार में शामिल होने का संदेह उत्पन्न करते हैं।

साथियों, आपको याद होगा कि, विगत 30 मार्च रामनवमी के दिन इंदौर के पटेल नगर स्थित पुरानी बावड़ी के ऊपर अवैध रूप से बने बेलेश्वर महादेव मंदिर की स्लैब धंसने से पूजा- अर्चना कर रहे 36 बेगुनाह भक्तों की मृत्यु हो गई। प्रदेश तथा नगर निगम के पास हादसे के वक्त पर्याप्त मात्रा में बचाव-राहत सामग्री नहीं थी, जो भाजपा के विकास की सच्चाई बताती है। घंटों तक शव गाद तथा बावड़ी में छोड़े गए ड्रेनेज के बदबूदार पानी में दबे रहे और कई नागरिकों की तो दम घुटने से मृत्यु हो जाने की सूचना पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस द्वारा दी गई, परन्तु अत्यंत खेद का विषय है कि, भाजपा से जुड़े उक्त दोषियों की गिरफ़्तारी आज तक नहीं की गई है। क्या यही भाजपा का सुशासन है ? क्या माफियाओं को जमीन में गाड़ने की मुख्यमंत्री की घोषणा महज एक घोषणा साबित हो रही है ?

साथियों, भाजपा की सरकार और निगम परिषद् ने विगत कई वर्ष से शहर के नागरिकों को 24 घंटे नर्मदा जल उपलब्ध कराने का वादा किया था, पर आश्चर्य की बात है कि, इतने वर्षों तक सरकार तथा परिषद् में रहने और करोड़ों रूपए खर्च करने के बाद भी आज तक 24 घंटे नर्मदा का पानी नहीं मिला। नागरिकों को एक दिन छोड़कर मात्र 30 से 40 मिनट पानी दिया जाता है और पूरे महीने के पानी के पैसे लिए जाते हैं।

हाल- फिलहाल नर्मदा विभाग द्वारा शहर में 100 से अधिक नई पानी की टंकियाँ बनाने का काम ‘अमृत’ प्रोजेक्ट के नाम पर किए जाने का बताया जा रहा है, जबकि हकीकत यह है कि, नई टंकियों के निर्माण को बताकर पुरानी लाइनों से ही पानी डिस्ट्रीब्यूशन लाइनों को बदलने का कार्य किया गया है। देश की नामचीन कंपनियाँ रामकी और एल एंड टी को दिए गए 600 करोड़ के भुगतान के बाद भी कार्य पूरा नहीं हुआ है। अपितु, उक्त कंपनियों के गलत ढंग के कार्य के कारण इंदौर में 2 मासूमों की जान चली गई है (इदरिस नगर और लसूड़िया मोरी) तथा इतनी राशि खर्च करने के बाद भी सम्पूर्ण शहर विगत कई दिनों से गंदा, मटमैला और बदबूदार पानी पीने को मजबूर है।

कांग्रेस सरकार बनते ही स्मार्ट सिटी के तहत किए सभी कार्यों की समीक्षा के साथ कथित घोटालों की जांच करवाई जाकर जनधन की बरबादी और भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।

इस अवसर पर इंदौर विधानसभा चुनाव प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं समन्वय समिति के सदस्य प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अमन बजाज, कौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सच सलूजा,प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला,प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल खान सूरी,संभागीय प्रवक्ता अमित चौरसिया,दिलीप कौशल,रवि गुरनानी,देवेंद्र सिंह यादव,अनूप शुक्ला,विवेक खंडेलवाल,अनमोल ढोली,इरफान खान, सुबुर अहमद,सन्नी राजपाल उपस्थित थे।