इंदौर : दिनांक 12 जनवरी 2021। संभागायुक्त व निगम प्रशासक डाॅ. पवन कुमार शर्मा द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के साथ ही इंदौर को वाॅटर प्लस सर्वे में स्थान प्राप्त हो, इसके लिये शहर में नदी-नालो में गिरने वाले सीवरेज को रोकने के लिये नाला टेªपिंग कार्य व घरेलू आउटफाल को ड्रेनेज लाइन में जोड़ने के कार्यो के साथ ही सीवरेज पानी को ट्रीट करने हेतु बनाये राजेंद्र नगर आजाद नगर एसटीपी प्लांट का निरीक्षण किया गया तथा सिकंदराबाद में नाला ट्रेपिंग के लिए डाली जा रही लाइन के कार्य का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर प्रभारी आयुक्त श्री एसकृष्ण चैतन्य, अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा, श्री सुनिल गुप्ता, संबंधित झोन के झोनल अधिकारी, सहायक यंत्री, उपयंत्री, कंसलटेंट व नाला टेपिंग-एसटीपी प्लांट निर्माण में संलग्न एजेंसी के प्रतिनिधिगण व अन्य उपस्थित थे।
संभागयुक्त व निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा दोपहर में 4.30 बजे प्रतिक सेतु राजेन्द्र नगर में एसटीपी प्लांट का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संभागयुक्त डाॅ. शर्मा द्वारा प्रतिक सेतु में निर्मित एसटीपी प्लांट में आने वाले सीवरेज के पानी, एसटीपी में ट्रीट होने वाले गंदे पानी प्लांट की क्षमता, सीवरेज के ट्रीटेड वाॅटर का उपयोग पानी कहां से जाएगा आदि के संबंध में अपर आयुक्त श्री संदीप सोनी से जानकारी ली गई। इसके पश्चात निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा प्रगति नगर राजीव नगर जिसके पास नाले का निरीक्षण किया गया इसके पश्चात आजाद नगर नाला जोकि उद्योग नगर, मुसाखेडी क्षेत्र में नाला टेपिंग कार्यो के स निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संभागायुत डाॅ. शर्मा द्वारा नाले किनारे रिट्रेनिंग वाॅल के साथ ही चेम्बर की हाईट के संबंध में भी जानकारी ली गई ।
इसके पश्चात निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा इंदिरा एकता नगर में नाले व नाला टेपिंग व घरेलू सीवरेज लाईन को मेन सीवरेज लाईन से जोडने के कार्यो का अवलोकन किया गया। इस मौके पर निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा ने इंदिरा एकता नगर के रहवासियो द्वारा अपनी घरेलू सीवरेज लाईन को मेन सीवरेज लाईन से जोडने का किये गये कार्यो का निरीक्षण करते हुए, रहवासियो से सीवरेज के किए गए कनेक्शनों के बारे में पुछा और बात की गई ? इस पर रहवासियो ने कहा कि निगम द्वारा नाला टेपिंग का जो कार्य किया गया है, उससे नाले में अब सीवरेज व गंदा पानी नही मिल रहा है, जिससे कि नाले से बदबु नही आती है और ना ही कोई परेशानी होती है। इसके साथ ही निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा इंदिरा एकता नगर में स्थित एकीकृत आंगनबाडी का भी निरीक्षण किया गया और आशा कार्यकर्ता से आंगनवाडी केन्द्र में संचालित सिलाई केन्द्र में आने वाली लडकीयों की संख्या व सिलाई कार्य के संबंध में भी जानकारी ली गई।
निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा विराट नगर चैधरी पार्क में स्थित नाले का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में देखा कि नाले में किसी भी प्रकार का गंदा पानी नही आ रहा है और नाला भी सुख चुका है। इसके पश्चात आजाद नगर एसटीपी प्लांट का अवलोकन किया गया, अवलोकन के दौरान निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा एसटीपी प्लांट की ट्रीटेड वाॅटर की क्षमता, प्रोसेसिंग आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। इसके पश्चात निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा सिकंदराबाद कालोनी में नाल टेपिंग कार्य के तहत डाली जा रही पाईन लाईन कार्यो का भी अवलोकन किया गया। इसके पश्चात प्रशासक डॉ शर्मा द्वारा सिकंदराबाद कॉलोनी में निगम द्वारा नाले में डाली जा रही सीवरेज लाइन के कार्य का पैदल भ्रमण करके अवलोकन किया गया तथा कार्य के संबंध में जानकारी ली जा कर प्रभारी आयुक्त श्री चैतन्य को समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए कहां गया साथ ही उनके द्वारा यह भी कहा गया कि यह कार्य बड़ा चैलेंजिंग कार्य है तथा निगम द्वारा कार्य किए जा रहे कार्य की प्रशंसा भी की गई !
यह कार्य बहुत ही चैलेजिंग है, निगम अधिकारियो ने बहुत अच्छा काम किया है- डाॅ. शर्मा
संभागायुक्त व निगम प्रशासक डाॅ. शर्मा द्वारा शहर में किये गये नाला टेपिंग कार्य के साथ ही एसटीपी प्लांट में सीवरेज के ट्रीटेड वाॅटर की प्रोसेसिंग के निरीक्षण के दौरान कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में इंदौर स्वच्छता का पंच जरूर लगाएगा, इसके लिये जरूरी है कि इंदौर वाॅटर प्लस सर्वे में स्थान प्राप्त करे, इसी क्रम मंे इंदौर नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानो से नदी-नाले में गिरने वाले गंदे व सीवरेज के पानी को नाला टेपिंग कार्य के माध्यम से एसटीपी प्लांट में सीवरेज पानी को ट्रीट करने के लिये पहुंचाया जा रहा है, उन्होने कहा कि यह बहुत ही चैलेजिंग काम है, निगम अधिकारियो द्वारा बहुत ही अच्छा कार्य किया गया है, शेष रहे कार्य को भी समय सीमा में पूर्ण करने के प्रभारी आयुक्त श्री एसकृष्ण चैतन्य को निर्देश दिये गये।।
इसके साथ ही निगम अधिकारियो को सीवरेज में कितनी मात्रा में बीओटी (बायोलाॅजिकल आॅक्सीजन डिमांड), सीओडी (केमिकल आॅक्सीजन डिमांड), टोटल ससपेंडेड साॅलिड के संबंध में भी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए साथ ही सीवरेज से बिजली निर्माण की संभावना तलाशने केे संबंध में विचार व अध्ययन करने के भी निर्देश दिये गये।