भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम का निजीकरण करने के केंद्र सरकार के प्रयासों की आलोचना की है।
सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा है कि भारतीय जीवन बीमा निगम का गठन संसद के अधिनियम के द्वारा किया गया था। संसद में चर्चा किए बगैर भारतीय जीवन बीमा निगम जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी कंपनी का विनिवेश करने से देश की अर्थव्यवस्था को तथा बीमा कर्मचारियों और निवेशकों के हितों का नुकसान होगा।
सिंह ने कहा कि इतना बड़ा निर्णय लेने से पहले सरकार को इस मामले पर संसद के दोनों सदनों में विस्तार से चर्चा करानी चाहिए।