एक दुल्हन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Reddit पर एक पोस्ट में अपनी परेशानी साझा की है। उसने लिखा कि उसकी शादी 31 अक्टूबर 2026 को तय हुई है और वह और उसका मंगेतर दोनों ही कट्टर शाकाहारी हैं। इस वजह से उन्होंने तय किया कि शादी में सिर्फ प्लांट-बेस्ड खाना परोसा जाएगा, जिसमें मांस, मछली या चिकन कुछ भी शामिल नहीं होगा।
माता-पिता ने जताई नाराजगी
जब दुल्हन ने अपने इस फैसले के बारे में अपने माता-पिता को बताया, तो वे नाराज हो गए। उन्होंने साफ कह दिया कि अगर शादी में मांस नहीं परोसा गया, तो वे समारोह में शामिल नहीं होंगे। उनका कहना था कि बाकी रिश्तेदार और दोस्त भी इससे निराश होंगे और हो सकता है कि वे लोग जल्दी चले जाएं।
दुल्हन के लिए असमंजस की स्थिति
दुल्हन ने बताया कि वह अभी तक पूरी तरह से तय नहीं कर पाई है कि मेनू 100% शुद्ध शाकाहारी ही होगा या नहीं। वह सोच रही हैं कि शायद कुछ स्थानीय रूप से प्राप्त मछली को शामिल किया जा सकता है, लेकिन मांस परोसना उसके लिए बहुत असहज है क्योंकि यह उसके मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बड़े समूहों के लिए खाना बनाने का अनुभव है और वह खुद मेहमानों के लिए समोसे, स्प्रिंग रोल, नमकीन केक, वेरीन और क्लब सैंडविच जैसी चीज़ें बनाने की योजना बना रही हैं।
सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
Reddit पर इस पोस्ट के बाद लोगों की राय दो हिस्सों में बंट गई। कुछ लोगों ने दुल्हन के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि शादी एक ऐसा पल होता है जब कपल को अपनी जीवनशैली और सोच को दिखाने का अधिकार होता है। वहीं कुछ लोगों ने इसे “स्वार्थी सोच” कहा। एक यूजर ने लिखा, “शादी में सिर्फ एक तरह का खाना परोसना और खुद ही बनाना थोड़ा अनुचित है। मेहमान भी समय और पैसा लगाकर आते हैं, उनके स्वाद का भी ध्यान रखना जरूरी है।”