धार: डैम में लगातार जारी है आपदा प्रबंधन का कार्य, हेलीकॉप्टर से की जा रही है बांध और गांवों की निगरानी

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धार: धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध से मिट्टी लगातार धंस रही है. जिससे बांध टूटने का खतरा लगातार बना हुआ है. यह स्थिति निर्मित होने के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. इस बांध की ऊंचाई 52 मीटर और लंबाई 590 मीटर है. फिलहाल बांध में 15 एमसीएम पानी मौजूद है.

इंदौर आईजी और कमिश्नर सहित धार एसपी और कलेक्टर सहित एनसीआरसी जल संसाधन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. मंत्री तुलसी सिलावट राज्यवर्धन सिंह भी मौके पर मौजूद है और हेलीकॉप्टर की सहायता से बांध की और आसपास मौजूद गांव की निगरानी की जा रही है.

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कारम डैम में काम कर रहे लोगों और वहां के नागरिकों के लिए सनातन सारथी परिवार धामनोद के स्वयंसेवक भोजन वितरण के कार्य में लगे हुए हैं. संस्था के भारत सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका दल लगातार प्रभावित ग्रामों में रोटी वितरण के काम में जुटा हुआ है.

डैम की स्थिति को देखते हुए प्रशासन लगातार संवेदनशीलता से कार्य में जुटा हुआ है. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने की तैयारी प्रशासन ने कर ली है हालांकि प्राथमिकता यह है कि अप्रिय स्थिति नहीं बनने दी जाए. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि सीपेज की वजह से जो स्थिति पैदा हुई है उस पर मेरी कल से ही नजर है और हमारे दो मंत्री वहां पर मौजूद है. इसके अलावा हमारे इंजीनियरिंग विशेषज्ञों की टीम कमिश्नर कलेक्टर प्रशासन के सारे अधिकारी प्रभावित क्षेत्र में कल से मौजूद हैं. इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा हुई है रुड़की के विशेषज्ञ एनके गोयल से हम लगातार संपर्क साधे हुए हैं और वह हमें गाइडेंस भी दे रहे हैं. बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञों से हम लगातार मार्गदर्शन ले रहे हैं.

स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर धार जिले के 12 गांव और खरगोन जिले के 6 गांव को खाली करवा कर यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ धार और इंदौर की टीम के साथ पड़ोस के थाने के पुलिस बल द्वारा होमगार्ड और राजस्व विभाग का अमला साथ मिलकर बचाव कार्य चला रहा है.

स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर आर्मी की एक कंपनी को स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है. जल संसाधन विभाग लगातार बांध को सुरक्षित रखे जाने के कार्य में जुटा हुआ है.