धार : घर-घर सर्वे से कोरोना संदिग्धों की पहचान, बढ़ी मरीजों की संख्या

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धार जिले में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।गत एक जुलाई किल कोरोना अभियान चलाया गया है,जिसके अंतर्गत घर-घर सर्वे कर एक-एक कोरोना मरीज की पहचान कर उसका इलाज किया जा रहा है। यह घबराने की नहीं बल्कि संतोष की बात है कि व्यापक जांच के कारण ही कोरोना पाजिटिव मरीज चिंन्हित हो रहे हैं।अच्छी बात यह है कि पिछले 15 दिनों में एक भी कोरोना मरीज की मृत्यु नहीं हुई है क्योंकि शुरुआती लक्षण वाले मरीज अभियान में चिन्हित हो रहे हैं।

कलेक्टर आलोक कुमार सिंह कहते हैं कि खतरा अभी टला नहीं है।कोरोना को पूर्ण रूप से परास्त करने के लिए हमें निरंतर सावधान रहना पड़ेगा तथा दूसरों को भी जागरूक करना पड़ेगा। सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, दो गज की दूरी रखें, साबुन से हाथ धोएं, यहां वहां न थूकें।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि यह भी देखने में आया है कि अधिकांश कोरोना पाजिटिव मरीज उन परिवारों में मिले हैं,जिनके यहां से लोग लगातार व्यापार अथवा दूसरे कारणों से दूसरे शहर के लगातार भ्रमण पर रहे हैं।ऐसे लोगों ने पर्याप्त सावधानी नहीं बरती कर अपने परिजनों के लिए खतरा मोल लिया है। कलेक्टर सिंह ने कहा कि आगामी समय में कई त्यौहार आने वाले हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह आवश्यक है कि सभी लोग घर पर रहकर ही त्योहार मनाए। सार्वजनिक स्थलों पर मूर्ति स्थापित करना, जुलूस निकालना आदि प्रतिबंधित रहेगा। धार्मिक स्थलों, उपासना स्थलों पर एक बार में 5 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं हो सकेंगे। शादी समारोह में वर एवं वधू पक्ष के 10-10 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि हमने स्वास्थ अमले को निर्देश दिए हैं कि फीवर क्लीनिक्स को और प्रभावी बनाया जाए, कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जाए तथा संक्रमित प्रकरणों में 24 घंटे के अंदर कांटेक्ट हिस्ट्री ट्रेस हो जाए तथा फर्स्ट कॉन्ट्रैक्ट के सैंपल अनिवार्य रूप से लिए जाएं। मेडिकल स्टोर्स पर सर्दी खांसी बुखार की दवा खरीदने वालों की सूची तैयार कर जानकारी ली जाए। कोरोना मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए जिससे कोरोना से कोई मृत्यु ना हो।

जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी संजय भंडारी ने बताया कि जिले में गत माह से संचालित 29 फीवर क्लीनिक में इलाज के लिये आए 4566 मरीजों में से 842 मरीजों की सेम्पलिंग भी प्रमुखता से कराई गई है। फीवर क्लीनिक पर अभी तक 83 पॉजिटिव मरीज पाए गए है।  जिले में  चलाए जा रहे किल कोरोना अभियान में  कुल  26 लाख 57 हजार 693 लोगों का सर्वे किया गया। सर्वे के दौरान 01 हजार 680 लोगों के सेम्पल लिए गए, जिसमे से 22 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए। किल कोरोना अभियान अंतर्गत जिले में प्रतिशत 99.3 सर्वे हो चुका है।

इसके लिए जिले में 476 सर्वे टीम बनाई गई,इनमे 430 टीम ग्रामीण क्षेत्र के लिए और 46 टीम शहरी क्षेत्र के लिए बनाई गई। इस दौरान 22 लाख 44 हजार से अधिक व्यक्तियों का ग्रामीण क्षेत्र में और चार लाख 12 ह्जार से अधिक व्यक्तियों की जांच शहरी क्षेत्र में की गई। कुल 26 लाख से अधिक लोग इसमें कव्हर किए गए। दो हजार 143 संदिग्ध पाए ग्ए। इनमे से 772 कोविड संदिग्ध पाए गए। 25 मलेरिया संदिग्ध और बाकी अन्य बीमारी के संदिग्ध चिन्हित किए गए। अभियान के तहत एक हजार 680 सेंपल लिए गए। 22 सेंपल कोरोना पाजिटिव निकले। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन कोरोना टेस्टिग की क्षमता में भी इजाफा हुआ है। पहले 30 से 40 सैंपल टेस्ट किए जा सकते थे।आज की डेट में यह क्षमता ढाई सौ सैंपल प्रतिदिन की हो गई है।