इंदौर : मध्यप्रदेश के धार स्थित ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण को पूरा करने के लिए हाईकोर्ट ने 8 महीने का अतिरिक्त समय दिया है। यह निर्णय सोमवार को इंदौर खंडपीठ द्वारा सुनाया गया।
एएसआई ने पहले छह सप्ताह में सर्वेक्षण पूरा करने का दावा किया था, लेकिन हाईकोर्ट द्वारा 11 मार्च को दिए गए आदेश में 50 मीटर के दायरे में अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग करते हुए सर्वेक्षण करने की बात कही गई थी।
सर्वेक्षण के दौरान अब तक कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं, जिन पर हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों द्वारा अपने दावे किए जा रहे हैं। एएसआई ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
एएसआई का कहना है कि वर्तमान ढांचे को सुरक्षित रखते हुए सर्वेक्षण करना एक धीमी प्रक्रिया है। जीपीआर मशीन का उपयोग करने के लिए नेशनल ज्योग्राफिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एनजीआरआई) से संपर्क किया गया है। हाईकोर्ट द्वारा निर्धारित 50 मीटर के दायरे में सर्वेक्षण करने और अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग करने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता है।
अब क्या होगा:
एएसआई को आठ सप्ताह के भीतर सर्वेक्षण पूरा करना होगा और रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर हाईकोर्ट आगे का फैसला सुनाएगा। यह विवाद अभी भी सुलझने की प्रतीक्षा में है, और दोनों पक्षों द्वारा अपने दावों को मजबूत करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।