ग्वालियर। मध्यप्रदेश में उपचुनावों की तैयारियां जोरों पर है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ग्वालियर पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद कमलनाथ ने पत्रकारों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि ग्वालियर -चंबल की राजनीति में और विकास में मैंने अभी तक ज्यादा दखल नहीं दिया पर अब परिस्थितियां बदल गई है और बदली परिस्थिति में ग्वालियर-चंबल का विकास मेरी प्राथमिकता रहेगी।
हम ग्वालियर- चम्बल का सर्वांगीण विकास करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि आज से 50 वर्ष पहले प्रदेश की पहचान ग्वालियर से होती थी। कोई इंदौर, भोपाल, जबलपुर की बात नहीं करता था पिछले कुछ वर्षों में ग्वालियर-चंबल उपेक्षित क्यों रहा ? बुनियादी सुविधाए तक ग्वालियर को नहीं मिली ? चाहे ग्वालियर की सड़को की बात करे, फ्लाईओवर की बात करे, ग्वालियर क्यों उपेक्षित रहा ? इसका जिम्मेदार कौन ?
इस बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रदेश के साथ ही ग्वालियर-चंबल के भविष्य का चुनाव भी है। मेरा प्रयास रहेगा कि हम ग्वालियर-चंबल में विकास कार्य में एक नया इतिहास बनाएं। मौजूदा सरकार पर सवाल उठाते हुए कमलनाथ ने कहा कि आप जानते है कि मालनपुर को लेकर कितनी बड़ी- बड़ी बातें हुई, आज क्या हाल है ?
जितने उद्योग लगे नहीं उतने बंद हो गए। मालनपुर को लेकर कितनी घोषणा हुई थी यह तस्वीर आपके सामने है। हमने अपनी 15 महीने की सरकार में अपनी नीति और नियत का परिचय दिया। मुझे शिवराज व भाजपा से सर्टिफिकेट नहीं चाहिये जनता इसकी गवाह है। भाजपा में हिम्मत कैसे हुई जो मुझसे 15 माह का हिसाब मांगते हैं।
आज तक अपना 15 साल का हिसाब नहीं दे रहे है पहले अपना हिसाब दे। शिवराज सरकार की वापसी को लेकर उन्होंने कहा कि हमने वोट से सरकार बनाई उन्होंने नोट से। बाबा साहेब ने कभी सोचा नहीं होगा कि इस प्रकार की राजनीति अपने देश में होगी।
सांसद-विधायक के निधन पर उपचुनाव का प्रावधान तो किया लेकिन सौदा हो जाएगा बोली लग जाएगी और उपचुनाव होंगे यह भी भाजपा करेगी ? आज भाजपा ने संविधान व प्रजातंत्र को ही दांव पर लगा दिया।मै जनता से अपील करता हूं कि वो संविधान की रक्षा करें अपने भविष्य की रक्षा करें।