Dev Uthani Ekadashi : सनातन धर्म में हर महीने में एकादशी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को विशेष स्थान प्राप्त है। इस दिन को देवउठनी या देवोत्थान एकादशी कहा जाता है, और इसे भगवान विष्णु के योग निद्रा से जागने के दिन के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अलावा, यह दिन प्रकृति के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय मौसम में बदलाव हो रहा होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा में मौसमी चीजों का भोग अर्पित किया जाता है, जो न केवल आध्यात्मिक लाभ प्रदान करते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इस बार देवउठनी एकादशी 12 नवंबर 2024, मंगलवार को पड़ रही है।
Dev Uthani Ekadashi की पूजा और सेहत से जुड़ी विशेषताएं
देवउठनी एकादशी का दिन विशेष रूप से गन्ने की फसल की कटाई के समय आता है, और इसलिए गन्ने का अर्पण इस पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके साथ ही, इस दिन कुछ अन्य मौसमी खाद्य पदार्थ भी पूजा में अर्पित किए जाते हैं, जिनका सेवन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
गन्ना
गन्ना एक ऐसी चीज है जो देवउठनी एकादशी पर पूजा में प्रमुख रूप से अर्पित की जाती है। गन्ना आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और कई अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। हालांकि गन्ने में शुगर की मात्रा अधिक होती है, लेकिन ताजा गन्ना सेवन करने से तुरंत ऊर्जा मिलती है और यह शरीर को महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट्स भी प्रदान करता है। गन्ने का सेवन शरीर में खून की कमी को भी दूर कर सकता है और यह हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है।
सिंघाड़ा
सर्दी का मौसम आते ही बाजार में सिंघाड़ा आ जाता है, जो इस दिन की पूजा में विशेष रूप से अर्पित किया जाता है। सिंघाड़ा फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी6, और मैंगनीज जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसका सेवन करने से शरीर के लिए कई फायदे होते हैं।
शकरकंद
देवउठनी एकादशी पर शकरकंद भी अर्पित किया जाता है। यह फल मीठा होने के बावजूद सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। शकरकंद में प्राकृतिक शक्कर, फाइबर, विटामिन सी, और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और त्वचा को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर में ताजगी बनी रहती है और यह शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखता है।
तिल
देवउठनी एकादशी पर तिल का भी विशेष महत्व है। तिल में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, और बी6 जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। तिल का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है, रक्त संचार को बेहतर करता है और शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है। यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है और त्वचा को चमकदार बनाता है।
मौसमी फल और सब्जियां
देवउठनी एकादशी पर मौसमी फल और सब्जियों का भी भोग अर्पित किया जाता है। इन खाद्य पदार्थों में विटामिन, खनिज, और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को पोषण देने के साथ-साथ ताजगी भी प्रदान करते हैं। मौसमी फल जैसे संतरा, आमला, सेब, और सब्जियां जैसे पालक, लौकी, और ब्रोकोली शरीर को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रखते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।