डूबने की कगार पर दिल्ली! खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, टूटे सारे रिकॉर्ड, निचले इलाकों में स्कूल बंद

ashish_ghamasan
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नई दिल्ली। इस समय राजधानी दिल्ली में मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसकी वजह से हालात बेकाबू हो गए। लगातार बारिश की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जहां सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। बढ़ते जलस्तर की वजह से बाढ़ का खतरा अधिक बढ़ गया है जिसकी वजह से कई निचले इलाकों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है ।मानो ऐसा लग रहा है 45 साल के बाद एक बार फिर दिल्ली डूबने की कगार पर आ गई है। वही लगातार हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से हर 1 घंटे में एक से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। 12 जुलाई को आधी रात से हथिनी कुंड बैराज से अब तक 30 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ चुके हैं।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना नदी
बता दें कि लगातार बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से पुराना रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। जिसने 1978 के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं ।अब मानो ऐसा लग रहा है जैसे 45 साल के बाद दिल्ली डूबने की कगार पर आ गई है हर किसी के मन में बस अब इसी तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या एक बार फिर दिल्ली डूब जाएगी। यमुना नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। बुधवार रात को 208 मीटर जलस्तर पार कर गया था ।वही खतरे के निशान से करीब 2 मीटर ऊपर यमुना नदी बह रही है।

बढ़ा प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू
अगर बात 1978 की करें तो यमुना आखरी बार सबसे अधिक स्तर पर आ गई थी, जहां 207.49 मीटर था जो अभी तक का रिकॉर्ड माना जा रहा है। आगामी 24 घंटे में दिल्ली में और भी बारिश होने वाली है जिसकी वजह से दिल्ली और हरियाणा में लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। कई बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144 भी लगा दी गई है।कई निचले इलाकों में बिगड़ते हालातों को संभालने के लिए एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला है। वहीं निचले इलाकों से 16000 से अधिक लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है।

बता दें कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से जो पानी छोड़ा जाता है वह दिल्ली पहुंचने में करीब 24 घंटे का वक्त लेता है। इसका मतलब यह है कि दिल्ली में खतरा अभी टला नहीं है। बारिश का पानी आने का सिलसिला जारी है। इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर इस से अवगत कराया है और अनुरोध किया है कि संभव हो तो हथिनी कुंड बैराज से और अधिक पानी ना छोड़ा जाए अन्यथा दिल्ली डूबने की कगार पर आ जाएगी।

वहीं दिल्ली के निचले इलाकों में स्कूलों को 13 जुलाई तक बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग ने बताया कि सिविल लाइंस जोन के निचले इलाकों में 10 स्कूल शाहदरा जोन में 6 स्कूलों और शाहदरा उत्तर जोन में एक स्कूल बंद करने का निर्णय लिया गया है। इन बच्चों की कक्षाएं अब ऑनलाइन ही आयोजित करेंगे।