नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) सरकार ने खाद्य उत्पादों को नुकसान से बचाने के लिए कृषि उड़ान योजना की शुरुआत की है, जिसके चलते अब कृषि उत्पाद सही समय से बाजार में पहुंच सकेंगे। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि लंबे समय से चली आ रही कृषि उत्पादों की बर्बादी की समस्या का अब समाधान होगा। इस योजना के तहत उत्तर-पूर्वी राज्यों, पहाड़ी राज्यों और आदिवासी क्षेत्रों से खाद्य उत्पादों का परिवहन किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय डॉमेस्टिक कैरियर को शुल्क में छूट देगा-
इस योजना के अंतर्गत नागरिक उड्डयन मंत्रालय डॉमेस्टिक कैरियर को लैंडिंग, पार्किंग, लैंडिंग शुल्क और रूट नेविगेशन सुविधाओं के शुल्क की पूरी छूट देगा. खाद्य सामग्री ले जाने वाली उड़ानों के लिए लेह, श्रीनगर, नागपुर, नासिक, रांची बागडोगरा, रायपुर और गुवाहाटी में टर्मिनल बनाये जायेंगे. मंत्रालय ने इस योजना के लिए 53 हवाई अड्डों का चयन किया है, जिनका संचालन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से किया जाएगा।
कृषि उत्पादों को दूसरे प्रांतों में भेजा जा सकेगा-
सिंधिया ने कहा कि इस योजना के तहत आठ घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों को भी शुरू किया जाएगा। इसके तहत बेबी कॉर्न, लीची सहित अन्य उत्पादों का परिवहन होगा. अमृतसर से दुबई बेबी कॉर्न का ट्रांसपोर्ट होगा। इसके अलावा दरभंगा, सिक्किम और देश के अलग-अलग जगहों से कृषि उत्पादों को दूसरे प्रांतों में भेजा जा सकेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
व्यापार मार्ग स्थापित करने की दिशा में भी काम-
इसके अलावा, सरकार सीफूड के ट्रांसपोर्ट के लिए चेन्नई, विजाग व कोलकाता और पूर्वी एशियाई देशों के बीच एक व्यापार मार्ग स्थापित करने की दिशा में भी काम करेगी. अन्य मार्गों में अनानास के लिए अगरतला-दिल्ली-दुबई, मंदारिन संतरे के लिए डिब्रूगढ़-दिल्ली-दुबई और दाल, फल और सब्जियों के लिए गुवाहाटी से हांगकांग शामिल हैं। मंत्रालय ने राज्यों को नई योजना के तहत विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) पर सेल्स टैक्स को घटाकर 1 प्रतिशत करने का भी निर्देश दिया है।
भारतीय कृषि को लाभदायक बनाने की योजना : ज्योतिरादित्य सिंधिया
कृषि उड़ान योजना को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हमने कृषि उपज की बर्बादी को कम करने और किसानों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने के उद्देश्य से एक व्यापक नीति बनाने के लिए 8 सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम किया है, जिससे भारतीय कृषि व्यवस्था को अधिक लाभदायक बनाया जा सके।
सिंधिया ने कहा कि इस दिशा में हमने निम्नलिखित हवाई मार्ग और उत्पाद चयनित किए हैं -अमृतसर-दुबई(मक्का),दरभंगा-शेष भारत( लीची), सिक्किम -शेष भारत(जैविक उत्पाद),चेन्नई/वाईज़ैग/कोलकाता -पूर्वी भारत (समुद्री आहार),अगरतला-दिल्ली-दुबई(अनानास) , डिब्रूगढ़-दिल्ली -दुबई(संतरे), गुवाहाटी- हॉंगकॉंग सब्ज़ियाँ) भेजी जाएंगी। सिंधिया ने बताया हमने कृषि उपज की बर्बादी को कम करने और किसानों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने के उद्देश्य से एक व्यापक नीति बनाने के लिए 8 सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम किया है, जिससे भारतीय कृषि व्यवस्था को अधिक लाभदायक बनाया जा सके।