दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत ही ज्यादा खरब हो गया है। इस वायु प्रदूषण का मुख्य वजह पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाए जाना बताई जा रही है। हाल ही में केंद्र सरकार की SAFAR वेबसाइट के जारी आंकड़े के अनुसार पंजाब और हरियाणा के खेतो मे पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली और एनसीआर में हवा की हालत बहुत खराब है। मिली जाकारी के अनुसार आनंद विहार में वायु गुणवत्ता स्तर 377, मुंडका में 363, रोहिणी में 346, आरकेपुरम 329 है। और दिन में और खरब होने की संभावना है।
वायु प्रदूषण से हर इलाका प्रभावित
दिल्ली में बिछी हुई स्मॉग के कारन दिल्ली की हवा में जहर घुल गया है। दलेही में वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दर्ज की गई है। इस वजह से सुबह व शाम सैर व घर के बाहर व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। सफर इंडिया ने अपनी सलाह जारी करते हुए कहा है कि घर के बाहर सुबह और शाम को अनावश्यक रूप से निकलना बंद करे। खासकर बच्चे बुजुर्ग और ब्लड प्रेशर व दिल की पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोग अपना विशेष ध्यान रखे। इस स्मॉग का मुख्य कारण पराली का धुआं हैं।
सुधर के बाद भी रहेगी खराब श्रेणी
मंगलवार को उम्मीद है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार देखा जा सकता है लेकिन उसके बाद में दिल्ली की हवा बहुत खरब हालत में ही होगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक 31 अक्टूबर तक एक्यूआइ बेहद खराब (एक्यूआइ 300 से अधिक) श्रेणी में ही बना रहेगा।बारिश के चलते वायु प्रदूषण से थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले कुछ महीनों तक बारिश के बिल्कुल भी आसार नहीं हैं।