केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ठग सुकेश चन्द्रशेखर से ष्प्रोटेक्शन मनीष् के रूप में ₹10 करोड़ की जबरन वसूली के आरोप में जेल में बंद आप नेता सत्येन्द्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है। जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल पर तिहाड़ से जबरन वसूली रैकेट चलाने और हाई-प्रोफाइल कैदियों से सुरक्षा राशि की मांग करने का आरोप लगाया गया था। यह घटनाक्रम तब हुआ जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल कथित शराब नीति घोटाले के सिलसिले में ईडी की हिरासत में हैं।
इस साल की शुरुआत में दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने सत्येन्द्र जैन के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों की सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी थी। जबरन वसूली के आरोपों की जांच के लिए एलजी की मंजूरी मांगने वाले एक पत्र में, सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में लिखा था कि जैन पर तिहाड़ जेल से एक हाई-प्रोफाइल जबरन वसूली रैकेट चलाने का आरोप लगाया गया था और उसे सक्षम बनाने के लिए चंद्रशेखर से संरक्षण राशि के रूप में ₹10 करोड़ की मांग की गई थी।
गौरतलब है कि सत्येन्द्र जैन को मई 2022 में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। उनकी आखिरी जमानत याचिका इस साल मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी और शीर्ष अदालत ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। जेल के बाथरूम में गिरने के बाद 26 मई, 2023 को उन्हें अंतरिम चिकित्सा जमानत दी गई थी। जमानत अवधि के दौरान उनकी रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन हुआ।