29 फरवरी तक टला दिल्ली कूच का फैसला, टिकरी-झड़ौदा बॉर्डर अस्थाई रूप से खोले गए, इंटरनेट सेवाएं भी हुई शुरू

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आज रविवार (25 फरवरी) को किसान आंदोलन का 13वां दिन है। देश में लगातार किसानों का आंदोलन जारी है। इसी बीच एक बड़ी खबर यह सामने आयी है कि दिल्ली-हरियाणा के कई बॉर्डर को अस्थाई रूप से चालू करने की तैयारी की जा रही है। सिंघु बॉर्डर पर रखें सीमेंट के बैरिकेड हटाए जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन के द्वारा यह फैसला किसानों के दिल्ली कूच के फैसले को टालने के बाद लिया है। इसके साथ टिकरी बॉर्डर को खोलने की तैयारी भी की जा रही है। किसान नेताओं का कहना है कि हर हाल में संघर्ष जारी रहेगा।

टिकरी और सिंघु बॉर्डर के साथ झाड़ौदा बॉर्डर की भी एक साइड खोल दी गई है, जिसकी वजह से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी। बता दें कि किसान लगतार दिल्ली-चंडीगढ़ की बॉर्डर के करीब धरना दे रहे है। पंजाब-चंडीगढ़ और हरियाणा के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

हालाँकि, इसी बीच एक बड़ी खबर यह है कि किसानों के द्वारा दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है। इस दौरान किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि दिल्ली कूच पर 29 फरवरी के दिन फैसला लेंगे।इसके साथ ही सरकार ने हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट पर लगे रोक को हटा दी है।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा…

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शनिवार को कहा, ‘हरियाणा की CID के 200 से ज्यादा आदमी जो शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन में घुसे हुए हैं। ये लोग किसान नेताओं को टारगेट बनाने की फिराक में हैं। वह नेताओं का एक्सीडेंट करा सकते हैं या फिर लड़ाई-झगड़ा कर उन पर अटैक भी कर सकते हैं।’