श्रीनगर। मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के नतीजों और रुझानों को भाजपा और उसकी “प्रॉक्सी राजनीतिक पार्टी” के लिए आंख खोलने वाला बताया और कहा कि लोगों ने राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त करने के फैसले को खारिज कर दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर ने न्यूज़ एजेंसी से कहा कि, नतीजे और रुझान गुपकर (गठबंधन) के लिए एक “महत्वपूर्ण उपलब्धि ” है और वे उस ‘दृष्टिकोण’ का समर्थन करते हैं कि पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने तथा इसे केंद्रशासित प्रदेश में बदलने की को लोगों ने स्वीकार नहीं किया है।
उमर ने आगे कहा कि, “अब अगर भाजपा और उसकी ‘प्रॉक्सी’ राजनीतिक पार्टी लोकतंत्र में विश्वास करती है, जैसा कि उन्होंने कहा है, तो उन्हें तुरंत अपने फैसला वापस लेना चाहिए और इस क्षेत्र के लोगों के फैसले का सम्मान करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि, “भाजपा ने इन चुनावों को 2019 की अपनी नीति के लिए जनमत संग्रह में बदल दिया। मुझे उम्मीद है कि वे लोगों की इच्छा को समझ गए होंगे।”
केंद्र ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था और इसे जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।