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चाय बेचा करते थे, स्वयम्भू मठाधीश बनने से पहले “दाती महाराज”
Posted on: 18 Jun 2018 06:55 by Ravindra Singh Rana
नईदिल्ली: दुष्कर्म के आरोप दाती महाराज को वैसे तो रेप के आरोप से पहले लोग आप दाती महाराज को टी वी चैनलों पर गृह- नक्षत्रों, भाग्यफल तथा राशिफल बताने वाले ज्योतिषाचार्य और धर्मगुरू के तौर पर जानें जाते थे। परन्तु आप यह नही जानते की राजस्थान राज्य में जन्में दाती महाराज का बचपन का नाम मदन है, और बेहद चौकाने वाली बात यह है की दाती महाराज भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह चाय बेचने का काम किया करते है।
राजस्थान के पली जिले में अलवस गांव में मेघवाल समुदाय में दाती महाराज का जन्म 10 जुलाई को हुआ था। दाती महाराज का परिवार ढोलक बजाकर अपना जीवन यापन करता था। दाती की मां का जन्म के कुछ महीनो बाद ही म्रत्यु हो गई थी, दाती को पिता ने पाल पोश कर बड़ा किया था परन्तु कुछ समय बाद पिता की भी मृत्यु हो गई थी।
इसके बाद दाती महाराज(मदन) गाँव के एक व्यक्ति के साथ दिल्ली आ गया और चाय की दुकान में दिहाड़ी मजदूरी करने लग गया। इस काम के साथ ही दाती कैटरिंग का धंधा भी शुरू कर लिया, मदन वर्ष 1996 तक दिल्ली में कैटरिंग का काम किया।
इसी का दौरान दाती की राजस्थान के भविष्य बताने वाले एक ज्योतिषय के संपर्क में आया, दाती ने उसे अपना गुरु बना लिया और ज्योतिष का ज्ञान सीखने लगा, ज्योतिष विद्या सीखने के बाद मदन ने अपना नाम बदला और नया नाम रखा दाती महाराज।
दाती महाराज के नाम से ज्योतिष बनने के बाद कैलाश कालोनी में उन्होंने अपना पहला ज्योतिष सेंटर शुरू किया था, पहले ज्योतिष सेंटर पर वह दिल्ली के कई बड़े कारोबारियों और नेताओं के संपर्क में आ गया, दाती महाराज से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया की दाती महाराज ने एक नामी शख्स के जीवन को लेकर भविष्यवाणी की, जो सही हुई।
बस उस व्यक्ति ने खुश होकर दाती महाराज को फतेहपुर बेरी में स्थित अपना पुश्तैनी मंदिर दान में दे दिया, फिर दाती महाराज ने अपने रसूख और दबंगई से मंदिर के आस-पास की जमीनें भी कब्जा लीं और शनिधाम मंदिर की स्थापना कर दी गई थी, आपको बताना चाहेंगे की कैसे एक मामूली इन्सान मदन से दाती महाराज तक सफ़र किया और चाय तथा कैटरीन चला कर आज दिल्ली के बड़े संत बने लेकिन अप महाराज रेप के आरोप में फंसे हुए है।