दमोह उपचुनाव में BJP को लगा हार का बड़ा झटका, भारी पड़ी ये गलती

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दमोह: रविवार को दमोह उपचुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. चुनाव में कांग्रेस के अजय टंडन ने बाजी मार ली है. उपचुनाव के लिए बीजेपी ने जीतने के लिए अपना पूरा जोर भी लगाया था लेकिन इसके बाद भी अजय टंडन की जीत ने बीजेपी को हैरान कर दिया है. इस हार के बाद बीजेपी विश्लेषण में जुटी है और इस विश्लेषण में हार का जो प्रमुख कारण निकल रहा है, वो ये है कि पार्टी ग्रामीण मतदाताओं का मूड भांपने में असफल रही. शहरी मतदाताओं में तो पहले ही दलबदल के खिलाफ गुस्सा था.

मतदान के दौरान ही बीजेपी को अहसास हो गया था कि शहरी मतदाता दाल-बदल से नज़र आ रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राहुल लोधी साल 2018 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीते थे. लेकिन बाद में वह पार्टी बदलकर भाजपा में चले गए थे. चुनाव के सिर्फ एक साल के समय में विधायक के पार्टी बदलने से शहरी मतदाताओं में नाराजगी थी.

यही वजह थी कि पार्टी ने शहरी मतदातों को छोड़ गांवों पर ज्यादा ध्यान दिया था. लेकिन यहां भी पार्टी मतदाताओं का रुख पूरी तरह से भांपने में असफल रही. इसकी एक वजह कोरोना महामारी भी सामने आई है. दरअसल दमोह की जनता भी चाहती थी कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वहां भी लॉकडाउन या सख्ती हो लेकिन चुनाव के चलते वहां सरकार ने सख्ती नहीं की. इससे लोगों में नाराजगी थी. एक तरफ जहां ऑक्सीजन, बेड, दवाईयों के लिए मारामारी हो रही थी, वहीं ऐसे वक्त में पार्टी का चुनाव पर फोकस करना लोगों को शायद पसंद नहीं आया.